हमीरपुर। नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने एनआईटी हमीरपुर के छात्रों के मंडी में बर्फबारी के दौरान फंसने की घटना पर दु:ख व्यक्त किया है तथा इसे सरकार की नाकामी बताया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के बाद सरकार ने जिस प्रकार गैर संजीदगी दिखाई है उसकी वह कड़ी निंदा करते हंैं। उन्होंने कहा कि जब भी प्रदेश की राजधानी पर भी कोई संकट आता है तो मुख्यमंत्री शिमला छोड़ देते हैं। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री को राजधानी में लोगों की समस्याओं की तरफ देखना चाहिए। [@ हर बार ठगा महसूस करते कर्मचारी, अटके हैं 70 हजार से ज्यादा प्रमोशन]
प्रो.धूमल ने कहा कि पिछले साल जब शिमला में पीलिया रोग फैला था तब भी मुख्यमंत्री शिमला छोड़ कर चले गए थे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हर घटना को छोटी घटना करार देकर अपनी जिम्मेदारी से पीछा छुड़ाते हैं। हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के स्वाहल गांव में नारायण सेवा संस्थान केे कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे प्रो. धूमल ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के बद्दी सम्मेलन के बाद कांग्रेस सरकार में खलबली मची हुई है। उन्होंने कहा कांग्रेस सरकार के लोग चार्जसीट को रद्दी की टोकरी में डालने की बात कहते थे लेकिन अब उनकी सरकार रद्दी की टोकरी में जाने वाली है।
प्रो. धूमल ने दोहराया कि भाजपा में टिकट आंटबन सर्वे के आधार पर होगा तथा यह निजी सर्वेक्षण कम्पनी द्वारा किया जाएगा। इस अवसर पर नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष रसील सिंह मनकोटिया तथा मंडल भाजपाध्यक्ष बलदेव धीमान भी उपस्थित थे।
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