बीकानेर। परिवार कल्याण के लिए नसबंदी सेवाएं अब शिविर लगाकर नहीं दी जाएंगी, बल्कि स्थायी दिवस सेवा के रूप में क्रियाशील ऑपरेशन थिएटर वाले स्वास्थ्य केन्द्रों पर ही पूर्ण सुनिश्चित व्यवस्था के साथ दी जाएंगी। गत माह सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रदान किए निर्देशों की शत-प्रतिशत पालना करते हुए लाभार्थी को गुणवत्तापूर्ण परिवार कल्याण सेवाएं मुहैया करवाने की कवायद में गुरुवार को संयुक्त निदेशक बीकानेर जोन के तत्वावधान में स्वास्थ्य भवन में संभाग स्तरीय कार्यशाला का आयोजन हुआ।
जयपुर से आए परिवार कल्याण के परियोजना निदेशक डॉ. गिरीश द्विवेदी ने ऑपरेशन थिएटर में इन्फेक्शन नियंत्रण, नसबंदी फेल केस संख्या नियंत्रण और लाभार्थी को सही तरीके से सलाह व प्रेरणा देने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए कि सर्जन समय पर पहुंचें और गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखें तथा जिला गुणवत्ता आश्वासन समिति द्वारा प्रतिमाह कम से कम 5 प्रतिशत केसों का निरीक्षण किया जाए। यूएनएफपीए के राज्य परिवार कल्याण प्रबंधक सचिन कोठारी व विशेषज्ञ डॉ. जी.डी. लड्ढा ने सपष्ट किया कि अब भारत सरकार की वेबसाइट पर पंजीकृत प्रशिक्षित सर्जन ही नसबंदी ऑपरेशन कर सकता है और एक दिन में एक सर्जन 30 से ज्यादा नसबंदी ऑपरेशन नहीं कर सकता। इसलिए अपने कार्यक्रम उसी के अनुसार तैयार करें। नए नसबंदी प्रमाण पत्र व प्रपत्र जो दिसंबर से लागू होने हैं, के लिए प्रशिक्षण भी दिया गया।
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