छपरा। बिहार की इंटरमीडिएट परीक्षा को कथित रूप से टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं की हकीकत से कुछ महीने पहले ही देश देख हैरान परेशान रह गया था। कथित टॉपर छात्रा का पॉलिटिकल साइंस को प्रोडिगल साइंस बोलना तो कई दिनों तक सुर्खियों में बना रहा। इसके बाद बिहार में नकल के ठेकेदारों के खिलाफ बड़ा अभियान भी छेड़ा गया।इसके बावजूद स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। इसकी बानगी फिर ग्रेजुएशन की परीक्षा में सामने आ गया है। दरअसल इन दिनों छपरा के जयप्रकाश विश्वविद्यालय में परीक्षाएं चल रही हैं। एक परीक्षा केंद्र पर स्नातक द्वितीय खंड की परीक्षा के दौरान जो नजारा दिखा वो चौंका देने वाला था। यहां क्या छात्र और क्या छात्राएं धड़ल्ले से किताबों और पर्चियों से नकल करते देखे गए। कुछ तो नकल में इतने तल्लीन थे कि उनकी करतूत कैमरे में कैद होने का भी उन पर कोई असर नहीं दिखा।
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