श्रीगंगानगर। पशुपालन विभाग द्वारा गत तीन वर्षों में पशुओं के टीकाकरण एवं दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए अनेक कार्यक्रम संचालित किए गए हैं। वर्तमान सरकार द्वारा भामाशाह पशु बीमा योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना में बीमित पशु की मृत्यु हो जाने पर पशुपालक को पशु की कीमत की राशि एकमुश्त मुहैया कराई जाती है। इस योजना में गाय की कीमत 40 हजार रुपए, भैंस की कीमत 50 हजार रुपए तथा एक यूनिट भेड़ व बकरी की कीमत भी 50 हजार रुपए निर्धारित की गई है। पशुपालक को पशुओं का बीमा कराने के लिए मात्रा 3.75 प्रतिशत प्रीमियम देना होगा। जिसमें अनुसूचित जाति के पशुपालकों को 70 प्रतिशत एवं सामान्य पशुपालक को 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। पशुपालन विभाग द्वारा गत तीन वर्षों में 3 लाख 5 हजार 437 पशुओं का कृत्रिम गर्भाधान किया गया। 79 हजार 374 वत्स उत्पादन, 64 हजार 453 छोटे पशुओं का बधियाकरण किया गया। वहीं 57 हजार 224 बड़े पशुओं का बधियाकरण किया गया। विभाग द्वारा 18 लाख 85 हजार 546 पशुओं को दवा पिलाई गई। 57 हजार 179 पशुओं में एचएस टीकाकरण, 2 लाख 87 हजार 261 पशुओं में बीक्यू का टीकाकरण किया गया। गत तीन वर्षों में 25 लाख 41 हजार 456 पशुओं की विभिन्न रोगों के दौरान उपचार किया गया। विभाग द्वारा 26 दुग्ध प्रतियोगिता तथा 82 कॉम्बेट इनफर्टीलिटी शिविर आयोजित किए गए।
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