बारां। कोयला क्षेत्र के कोटड़ीसूंडा गांव में चल रही संगीतमय श्रीमदभागवत कथा का बुधवार को समापन हो गया। 21 कुण्डीय यज्ञ के साथ हुए समापन समारोह में मुख्य यजमान मूलचन्द मेहता थे। कथावाचक पंडित मुकुट बिहारी शास्त्री ने कहा कि यज्ञ करने से हमारे घर के कीटाणुओं का नाश होता है, जीव को परम शान्ति प्राप्त होती है। कथा के दौरान उन्होंने कहा कि व्यक्ति आधुनिक समय में संस्कारों को भूलता जा रहा है, जिसके कारण हर व्यक्ति दुखी होता जा रहा है। जीवन को सुदृढ़ बनाने के लिए संस्कारवान होना जरूरी है। शास्त्री ने कहा कि जहां वन संरक्षण एवं पशुधन की रक्षा होती है, वहां वहंा प्रकृति हंसती है। इसलिए हमें प्रकृति रक्षा करना चाहिए। [@ यहां एक मुस्लिम ने दी थी गायों की रक्षा में जान] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
वडोदरा-अहमदाबाद एक्सप्रेसवे पर ओवरलोड कार के ट्रक से टकराने से 10 की मौत
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में लिया चुनावी तैयारियों का जायजा
भारतीय-अमेरिकी छात्रा ने नासा का पावर टू एक्सप्लोर चैलेंज जीता
Daily Horoscope