सिरसा। डबवाली में कीनू प्रोसेसिंग प्लांट में इनेलो नेता पर हुए हमले को अभय चौटाला ने अपने परिवार पर हुआ हमला बताया है। अभय चौटाला ने कहा कि जिस जगह पर हमलावरों ने हमला किया, उस जगह से करीब 10 मिनट पूर्व ही उनका छोटा बेटा अर्जुन चौटाला वहां से निकला था। इतना ही नहीं, हमलावर प्रदीप गोदारा पर हमले के उद्देश्य से आए थे, लेकिन वे चूक गए। उन्होंने कहा कि पुलिस को इतना सब पता होने के बाद भी अभी तक प्रदीप गोदारा को कोई भी सुरक्षा मुहैया नहीं करवाई गई है। अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सही मायने में ये जगह प्रदीप गोदारा का किन्नू प्लांट कम और चैटाला परिवार का स्थान है। जहां परिवार के लोग, जिनमें उनके दोनों बच्चे, दुष्यंत चौटाला और दिग्विजय चौटाला अक्सर ग्रामीणों की समस्याएं सुनकर उनका हल करते हैं। अभय चौटाला ने प्रदीप गोदारा की सुरक्षा की मांग करते हुए स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाए।अभय चौटाला ने कहा कि 2 व्यक्तियों पर शक जाहिर किया गया है। लेकिन पुलिस ने अभी तक उनसे पूछताछ नहीं की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता चंदसिंह बराड़ कभी इलाके में किसी की प्रोपर्टी पर कब्जा करता था। उसकी किसी की ओर से हत्या किए जाने के मामले में न केवल उन्हें बल्कि विनोद अरोड़ा और प्रदीप गोदारा को भी षडयंत्र रचने के आरोप में केस का सामना करना पड़ा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्हें तो जांच अधिकारी की ओर से अदालत में लिखकर दिए जाने पर क्लीन चिट मिली। वहीं विनोद अरोड़ा और प्रदीप गोदारा को भी अदालत ने बरी कर दिया था। मगर उससे बराड़ परिवार के निशाने पर तो वे दोनों आ ही गए। उन्होंने कहा कि दूसरा शक गोपाल कांडा पर है। क्योंकि एक बार गोपाल कांडा ने एक बार पहले झगड़े के दौरान देख लेने की धमकी भी दी थी और उसकी वीडियो क्लीपिंग भी सभी के सामने है। उन्होंने पुलिस से दोनों पक्षों से पूछताछ करने और मामले की निष्पक्ष जांच करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जब पंजाब पुलिस की ओर से सिरसा पुलिस प्रशासन को पहले ही इस बात की जानकारी दी गई थी कि नाभा जेल ब्रेक में संलिप्त आरोपी इस इलाके में हैं, ऐसे में पुलिस ने तलाशी अभियान चलाकर उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। अभय सिंह चैटाला ने कहा कि ये चिंतनीय पहलू है कि हमलावर जाते जाते ये कहकर गए कि अभी तो कुछ नहीं हुआ। आगे भी ऐसी घटनाएं होंगी। इनेलो नेता ने कहा कि इस बात से सीधा तात्पर्य यही है कि हमारे परिवार को ही निशाना बनाने की कोशिश की गई है। उन्होंने कहा कि अब पुलिस अधीक्षक सिरसा केवल और केवल टीमें गठित कर लीपापोती करने में जुटे हैं। प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी कानून व्यवस्था को दुरूस्त करने की कोई चिंता नहीं है और वे केवल फेस्टिवल के नाम पर सरकारी धन का दुरूपयोग करने में जुटे हैं। [@ Punjab election- इस विधानसभा में नहीं पहुंची अभी तक 50 महिला विधायक भी ]
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