अमरीष मनीष शुक्ला,इलाहाबाद। बगावत के डर से भाजपा ने सोरांव विधानसभा सीट को अपना दल गठबंधन के खाते में जरूर डाल दिया था। लेकिन उसकी यह रणनीति आज भाजपा-अद गठबंधन के लिये सिर दर्द बनने जा रही है। सोरांव से भाजपा के दावेदार सुरेन्द्र चौधरी आज भाजपा की ओर से नामांकन करने जा रहे हैं। जबकि आज ही गठबंधन के प्रत्याशी जमुना सरोज भी नामांकन करेंगे। ऐसे यह देखना दिलचस्प होगा कि आखिर नामांकन करेगा कौन। क्या गठबंधन टूटेगा ? क्या अपना दल झुकेगी और यह सीट बीजेपी के लिये छोड़ देगी ? [@ यहां मरने के बाद भी होती है शादी, मंडप में दूल्हा-दुल्हन...]
सवाल यह भी है कि भाजपा ने इस बावत कोई आधिकारिक सूची नहीं जारी की है। जबकि गठबंधन प्रत्याशी के तौर पर जमुना प्रसाद के नाम की घोषणा हो चुकी है। ऐसे में सुरेंद्र चौधरी का यह दावा कि उन्हे पार्टी ने ही नामांकन करने को कहा है, गठबंधन की नीव को डगमगा रहा है। सोरांव सीट से बीजेपी व अपना दल के प्रत्याशी आमने-सामने,मगर हो जाने से कार्यकर्ता भी असमंजस में हैं। क्यों आज ही दोनो नामांकन करने जा रहे हैं , ऐसे में यस बड़ा सवाल हैंं कि भाजपा-अद का कैसे निभेगा गठबंधन ?
सुरेंद्र का दावा उन्हें कहा गया करो नामांकन
मालूम हो कि सुरेन्द्र चौधरी इलाहाबाद में भाजपा के एकलौते ब्लाक प्रमुख सुधीर मौर्य के बेहद नजदीकी हैं और सुधीर मौर्य से प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य की नजदीकी जग जाहिर है । ऐसे में हिंदूवादी चेहरे के रूप में पहचान बनाने वाले सुरेन्द्र चौधरी को टिकट मिलने की पूर्ण संभावना थी। लेकिन सीट गठबंधन में चली गई । लेकिन रविवार की रात सुरेन्द्र चौधरी मीडिया के सामने आये और कहा कि पार्टी ने उन्हें सोरांव विधानसभा सीट से उम्मीदवार घोषित किया है और सोमवार को उन्हे नामांकन करने को कहा गया है।
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