सिकंदरा (दौसा)। विभिन्न परीक्षाओं में चयनित एसबीसी अभ्यर्थियों का नियुक्ति की मांग को लेकर सातवें दिन भी अनशन जारी रहा। बुधवार को दो अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ गई। मौके पर तैनात चिकित्सकों की टीम ने एक को दौसा तथा एक को जयपुर रेफर किया। सरकार की ओर से सकारात्मक जवाब नहीं आने से अनशनकारियों ने धरना स्थल पर मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाकर रोष जताया। अभ्यर्थियों ने जल्द ही नियुक्ति नहीं मिलने पर बड़ा कदम उठाने की चेतावनी दी। [# यहां परियों सी खूबसूरती के साथ नजर आती है बहादुरी] [# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के प्रदेश प्रवक्ता हिम्मतसिंह पाड़ली ने धरना स्थल पहुंचकर कहा कि गुर्जर समाज पर हिंसात्मक आंदोलन का आरोप लगाया जाता रहा है। एसबीसी वर्ग के साथ समाज के अभ्यर्थी पिछले सात दिन से सिकंदरा में गांधीवादी तरीके से अनशन कर रहे हैं। पांच जनों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इसके बाद भी सरकार पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। अभी तक सरकार का कोई भी नुमाइंदा अस्पताल में भर्ती अभ्यर्थियों से मिलने तक नहीं पहुंचा। इससे सरकार की असंवेदनशीलता का पता चलता है। समाज का आक्रोश गुड़ला महापंचायत में आंदोलन का रूप लेगा। अभ्यर्थी देवराज चाड़ ने शादी जैसा जिंदगी का महत्वपूर्ण फैसला भी अनशन स्थल पर लिया है, जो सरकार की व्यवस्था पर करारा तमाचा है। धरना स्थल पर तीन दिन से अनशन पर बैठे भारतीय किसान गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष गिरिराज घुरैया व अभ्यर्थी बाबूलाल निवासी कोटपूतली की तबीयत बिगड़ गई। चिकित्सकों ने जांच के बाद गिरिराज को दौसा तथा बाबूलाल को सवाई मानसिंह अस्पताल जयपुर रेफर कर दिया।
मंगलवार रात को विधायक प्रहलाद गुंजल ने धरना स्थल पर पहुंचकर कहा कि अभ्यर्थियों की मांग जायज है। इनकी नियुक्ति के लिए वे मुख्यमंत्री से बात करेंगे। बानसूर विधायक शकुंतला रावत ने कहा कि सरकार अभ्यर्थियों के साथ अन्याय कर रही है। विपक्ष में होने के नाते वे विधानसभा के सत्र में नियुुक्तियों के मुद्दे को उठाएंगी।
धरना स्थल पर पूर्व सरपंच ममतादेवी गुर्जर भालपुर, हरभाण भोजपुरा सहित पांच जने अनशन पर बैठे हैं। साथ ही भगवान सहाय मित्रवाड़ी सहित एक दर्जन क्रमिक अनशन पर हैं। राजस्थान गुर्जर महासभा के प्रदेशाध्यक्ष मनफूल तूंगड़, जिलाध्यक्ष रामचंद्र खंूटला, देवसेना जिलाध्यक्ष जलसिंह कसाना, गुर्जर महासभा जिलाध्यक्ष एडवोकेट राजेन्द्र कसाना, रामप्रसाद पटेलवाला, नरसी डोई, लक्ष्मणसिंह छावड़ी खानपुर, चंचल कसाना, पूर्व सरपंच मलखान बासड़ा, करणसिंह भण्डारी आदि भी धरना स्थल पहुंचे।
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