लखनऊ। शुक्रवार शाम को उत्तर प्रदेश समाजपार्टी में हुआ घमासान बमुश्किल 24 में सुलझ गया और अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव का निष्कासन रद्द कर दिया गया, लेकिन इन सब हंगामों और चर्चाओं के बीच एक बार फिर से समाजवादी पार्टी के महासचिव अमरसिंह को ‘खलनायक’ बना दिया गया। स्वयं को खलनायक बनाए जाने पर अमरसिंह का कहना है कि पिता-पुत्र के विवाद में उन्हें ‘खलनायक’ बनाकर पेश करना ठीक नहीं है। [@ साल 2016 में गूगल पर सबसे ज्यादा सर्च हुए टाॅप 10 टाॅपिक्स]
अमर सिंह उत्तर प्रदेश में समाजवादी परिवार के दंगल में अखिलेश समर्थकों के निशाने पर रहे हैं। खुद अखिलेश भी बिना नाम लिए सारे विवाद के लिए एक बाहरी शख्स को जिम्मेदार ठहराते रहे हैं। इस पर लंदन में बैठे अमर सिंह ने कहा कि उन्हें बेवजह खलनायक बनाया जा रहा है। मुलायम और अखिलेश के बीच सुलह की शर्तों में अमर सिंह को पार्टी से निकाले जाने की शर्त की भी चर्चा थी, हालांकि इस पर किसी ने खुल कर कुछ नहीं कहा और न ही अभी ऐसा कोई फैसला हुआ है लेकिन खुद अमर सिंह का कहना है कि ये नेताजी को तय करना है कि कौन गलत और कौन सही। फिलहाल पिता-पुत्र में सुलह के बाद समाजवादी पार्टी का हाइ वोल्टेज ड्रामा खत्म हो चुका है। हालांकि पार्टी के जिस अधिवेशन को लेकर अखिलेश और रामगोपाल को नोटिस दिया गया था, वो अधिवेशन आज तय वक्त पर हो रहा है, पर उम्मीद की जा रही है कि आज वहां कोई नया बखेडा नहीं खडा होगा।
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