झुंझुनूं। शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी गुरुवार को झुंझुनूं के दौरे पर रहे। इसके बाद विभिन्न संगठनों ने उनकी झुंझुनूं यात्रा का विरोध किया। इनमें जनवादी संगठन शामिल थे। छात्र संगठन एसएफआई ने शिक्षा के निजीकरण के खिलाफ, युवा संगठन डीवाईएफआई ने सरकारी रोजगार ना देने के खिलाफ, शिक्षक संगठन शिक्षक संघ शेखावत ने तबादलों में भ्रष्टाचार के खिलाफ तथा किसान सभा ने बढ़ी बिजली दरों के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। [@ मुख्यमंत्री राजे बोलीं- JLF सिर्फ फेस्टिवल नहीं, यह तो ‘जंगल की आग’]
जब मंत्री देवनानी कलेक्ट्रेट में अधिकारियों की बैठक ले रहे थे तो एक बार सभी संगठन के कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट में घुसने की कोशिश की। इसके कारण कलेक्ट्रेट के गेट बंद करने पड़े। लेकिन अंदर घुसने की कोशिश के दौरान पुलिस को भी गुस्सा आ गया और सदर सीआई शंकरलाल छाबा तथा शहर कोतवाल हरिसिंह धायल ने हाथों से ही प्रदर्शनकारियों को धकेला। इस पर दोनों पक्षों में तनातनी हो गई। बाद में समझाइश हुई। इसके बाद जब देवनानी बैठक से बाहर लौटे तब तक कलेक्ट्रेट के बाहर भारी पुलिस जाब्ता लगा दिया गया था। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की और काले झंडे की जगह काले कोट दिखाकर अपना विरोध दर्ज कराया।
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