नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी दो फाड़ होने के मुहाने पर पहुंच गई है। सपा कुनबे का विवाद इतना आगे बढ़ चुका है कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी अलग राह पर चल पड़े हैं और अब वह चुनाव आयोग जाकर सपा के चुनाव चिह्न ‘साइकल’ को जब्त करने की मांग कर सकते हैं। दोनों खेमों की ओर से मिल रहे कड़े संकेत यही इशारा कर रहे हैं कि अब जो भी होगा, निर्णायक होगा। उधर समाजवादी पार्टी में तेजी से घट रहे इस घटनाक्रम पर कांग्रेस के रणनीतिकारों की पैनी नजर लगाए हुए हैं। उन्हें सपा में दो फाड़ होने का बेसब्री से इंतजार है।
अखिलेश के नजदीकी सूत्र बता रहे हैं कि टिकट बंटवारे में अनदेखी के बाद अखिलेश की आक्रामकता सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है, अगर उनके पिता मुलायम सिंह यादव और चाचा शिवपाल यादव उनकी बात नहीं मानते हैं, तो वह अपना रास्ता अलग करने का मन बना चुके हैं।
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