गुरदासपुर। अहमदिया मुस्लिम जमात भारत के केंद्र कादियान जिला गुरदासपुर में 26 से 28 दिसंबर को सालाना जलसा आयोजित किया जा रहा है। आज से 125 साल पहले सन 1891 ईस्वी में जमात अहमदिया के संस्थापक हजरत मिर्जा गुलाम अहमद कादियानी मसीह मौऊद नूह अलैहिस्सलाम ने अल्लाह ताला के आदेश से विभिन्न धर्मों तथा संप्रदायों में शांति और सुलह की नींव डालने वाले इस जलसा की शुरुआत की थी। इस जलसे का उद्देश्य इस्लाम की शांति देने वाली शिक्षाओं से दुनिया को रुबरु कराना है।
दुनिया को अल्लाह ताला की ओर बुलाना है। मानवजाति में अपनी सहानुभूति की भावना पैदा करना, भाईचारा को बढ़ावा देना, इस जलसा के उद्देश्यों में से है। यह जलसा अपने उद्देश्य के आधार पर अधिक विशिष्ट है । इसमें यह जलसा एक रुहानी जलसा है जिसमें सांसारिक स्वार्थो
और उद्देश्य को पीछे डालते हुए सच्चाई के इच्छुक दूरदराज के क्षेत्रों में यात्रा के कष्ट सहन कर भाग लेते हैं। जमात अहमदिया जो दुनिया के 209 देशों में स्थापित है। इसके लोग विभिन्न देशों से भाग लेने के लिए कादियान आएंगे। इस तीन दिवसीय सम्मेलन में जलसा सर्व धर्म सम्मेलन के लिए एक विशेष सेशन निर्धारित है। जिसमें विभिन्न धर्मों के नेता और धार्मिक विद्वान अपने अपने धर्म की शिक्षाओं की रोशनी में शांति और सुरक्षा स्थापित करने के बारे में अपने विचार व्यक्त करेंगे। इस जलसा की सारी कार्यवाही का विवरण तथा अंतर्राष्ट्रीय भाषाओं में अनुवाद की सुविधा मौजूद है।
इस जलसा सालाना केंद्रीय बिंदु इमाम जमात अहमदिया हजरत मिर्जा मसरूर अहमद का जलसा के दर्शकों को संबोधन करना है । इसका जमात अहमदिया के सेटेलाइट चैनल मुस्लिम टेलीविजन अहमदिया (एमटीए ) के माध्यम से सीधा प्रसारण होगा, जिससे दुनिया भर के लोग लाभान्वित हो सकेंगे। इस जलसा के माध्यम से अहमदिया मुस्लिम जमात का यही संदेश है कि इंसान अपने निर्माता की ओर लौटे। मोहब्बत सब के लिए नफरत किसी के लिए नहीं सिद्धांत को अपनाते हुए हर दूसरे इंसान की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करें। मानव जाति के कल्याण के लिए एक साथ मिलकर काम करें।
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