मंडी। लोकसभा मंडी सांसद राम स्वरूप शर्मा ने कहा है कि द्रंग विधानसभा क्षेत्र शीघ्र ही विकास का केंद्र बनने जा रहा है। वर्षों से बंद पड़ी द्रंग नमक खान को उन्होंने अपने प्रयासों से बहाल कर दिया है और जैसे ही खान से काले नमक की खेप निकला शुरू हो जाएगी लगभग 300 करोड़ की लागत से नमक पर आधारित उद्योग की आधारशिला रख दी जाएगी। आइपीएच रेस्ट हाउस पधर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पठानकोट से घट्टा तक फोर लेन को मंजूरी मिल गई है।
घट्टा से मंडी तक कई जगह अभी हाइवे टू लेन भी नहीं बन पाया है, मगर उनके प्रयासों से अब पठानकोट से मंडी तक हाइवे फोरलेन होगा। घट्टा से मंडी तक पिछले 11 वर्षों में मात्र चार लाख की राशि एनएच बनाने के लिए खर्च हुई है। हाइवे का यह पोर्सन नेशनल हाइवे अर्थारिटी को सौंप दिया गया हैए जिस पर रोड़ कटिंग, पुलियों के निर्माण और अन्य कार्य पर करोड़ों की राशि केंद्र सरकार ने मंजूर की है। घट्टा से मंडी तक हाइवे के कुछ बजट को केंद्र सरकार ने कुछ कारणों से रोक रखा था, उन्होंने केंद्रीय भूतल परिवहन मंत्री से मिलकर उनसे आग्रह किया कि फोरलेन बनने को तीन चार वर्ष का समय अभी लगेगा, लिहाजा शाहपुर सर्किल से जो प्रारूप भेजा गया है, उसको मंजूरी प्रदान की जाए, ताकि मार्ग सही ढंग से बन सके। [@ अनोखी शादी: दूल्हा और दूल्हन क्रिकेट खेलकर शादी के बंधन में बंधे]
सांसद ने कहा कि जोगिंदरनगर मंडी रेलवे लाइन को आजादी से पहले ब्रिटिश सरकार जहां छोड़ गई थी आज भी वहीं है। उनके प्रयासों से अब इस रेलवे लाइन का सर्वे चल रहा है। सर्वे टीम ने जोगिंदरनगर से मंडी तक पांच स्टेशन रेलवे लाइन के चिंहित किए हैं, इसका फाइनल सर्वे चला हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हवाई अड्डों के निर्माण का मामला वर्षों से लटका हुआ था। चाइना बार्डर के साथ हमारा लेह क्षेत्र जुड़ता है। जेएंडके सीमा में आंतकवाद के बाद फिल्मी हस्तियों, पर्यटकों और अन्य लोगों का रूख कुल्लू-मनाली की ओर हुआ है। संसदीय क्षेत्र में बड़े ऐयरपोर्ट की आवश्यकता को देखते हुए भुंतर में हवाई अड्डे का विस्तार होगा। वहीं आइआइटी कमांद के नजदीक घोघरधार पर हवाई अड्डे का निर्माण करने को सर्वे चल रहा है जो फाइनल स्टेज में है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का ऐतिहासिक फैसला नोटबंदी का नहीं नोट बदली का है। इसका पूरे विश्व में संदेश गया है। वर्ष 1971 में भी इस प्रकार का प्रस्ताव लाया गया था, मगर उस समय स्वर्गीय इंदिरा गांधी, कांग्रेस पार्टी, कम्युनिस्ट पार्टी इस फैसले को देशहित में लेने में अक्षम रही। शायद उन्हें अपनी पार्टी प्यारी थी न कि देश। प्रधानमंत्री ने पार्टी से बड़ा देश को माना है, आज अच्छे परिणाम देश के लोगों को देखने को मिल रहे हैं। नोटबदली के फैसले से मंहगाई, भ्रष्टाचार, आंतकवाद का जो दंश देश झेल रहा था, वह सब बंद होगा। द्रंग भाजपा अध्यक्ष मोहन सिंह ठाकुर, महामंत्री दलीप कुमार, खुशहाल शर्मा, पूर्व जिप सदस्य कैप्टन हेम सिंह, उतम सिंह चौहान, प्रेम सिंह समेत कई गणमान्य लोग उनके साथ थे।
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