भीलवाड़ा। हुरडा ग्राम में प्रशासन द्वारा गरीबों के आशियानों को ध्वस्त कर देने के मामलें में बुधवार को बेघर हुए अर्द्धघुमंतू जाति के लोगों ने कलेक्ट्रेट पर धरना दिया। उन्होंने राज्यपाल के नाम कलेक्टर को ज्ञापन देकर मुआवजे की मांग की। [@ पर्यटकों को आकर्षित करेगी यह घाटी, नेचर से जुड़ सकेंगे पर्यटक] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
घुमन्तू-अर्द्धघुमंतू विमुक्त जाति परिषद् के अध्यक्ष रतन नाथ कालबेलिया ने कहा कि मंगलवार को तहसीलदार हुरडा व वार्डपंच सुरेश चन्द्र खटीक ने मिलीभगत कर बिना नोटिस दिये हुरडा रोड पर करीब 50 कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त कर दिए। जिसमें बंजारा, कालबेलिया, भील, खटीक व मुस्लिम समाज के मकान थे। इन मकानों से लोगों को अपना सामान भी निकालने का समय नहीं दिया गया। जिसके कारण लोगों के सामने गुजर-बसर करने की समस्या आ गई है। इस सर्दी में लोगों को खुले में रात गुजारने का मजबूर होना पड़ रहा है।
कालबेलियां ने कहा कि जब तक हमें मकानों का मुआवजा नहीं दिया जाता है, तब तक हम यहां पर धरना देंगे।
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