कानपुर। चमनगंज में शबीना एसिड अटैक
कांड को बारह साल हो चुके है,
पहले का वह मंजर जब याद आता है तो रुह
कांप जाती हैं। इतने अर्सें से पीड़ित बेटी के लिए ढुंढ रहे जिम्मेदार हमसफर का
इंतजार खत्म हुआ और बड़े शान शौकत से बाबूल ने घर से बेटी को विदा किया।
विदाई के वक्त लोगों की आंखे नम थी तो वहीं दुल्हे के इस कदम की सरहना की।
बताते चले कि आज से बारह वर्ष पूर्व
शादी से इनकार करने पर वसीम ने चमनगंज निवासिनी शबीना के चहेरे पर तेजाब डाल दिया।
युवती चेहरा और आधा शरीर बूरी तरह जल गया। इस बावत में भले ही आरोपी जेल की सजा
काट रहा हो, लेकिन एसिड अटैक पीड़िता कई साल तक इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती
रही। आखिरकार चिकित्सकों ने उसकी जान तो बचा ली पर चेहरा बुरी तरह झुलस गया कि उसे
कोई भी देखता तो डर जाता है। [@ कहीं सीनियर बादल मना रहे हैं, कहीं जूनियर बादल डरा रहे हैं]
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