लखनऊ/गोंडा। जिले के तरबगंज
व बेलसर क्षेत्र में सरयू नहर कटने के चलते नहर का पानी आसपास के चार गांवों में फैल
गया और यहां के डेढ़ सौ किसानों की करीब 750 बीघा गेंहू, तंबाकू, सरसों, अरहर व मक्का
की फसल पानी में डूबने से बर्बाद हो गई। आधा दर्जन से अधिक गांवों में घुटनों तक पानी
पहुंचने से आवागमन बाधित हो गया। मामले से गुस्साए ग्रामीणों ने सूचना के बाद देर से
पहुंचे सिंचाई विभाग के अवर अभियंता को जमकर लताड़ा।
सिंचाई विभाग के अफसरों
की लापरवाही से तरबगंज क्षेत्र में भी सरयू नहर की पटरी कट गई। सरयू नहर खण्ड प्रथम
की इस नहर में रात में पानी छोड़ा गया था। इस कटान के बाद देखते ही देखते नगदही, तमकुही,
लक्ष्मन पुरवा, रामापुर गांव का मजरा व घर का पुरवा में पानी भर गया। किसानों को सुबह
नहर काटने की जानकारी हुई तो वहां हड़कंप मच गया। ग्रामीणों ने आनन फानन में इसकी सूचना
सिंचाई विभाग के अफसरों को दी और खुद नहर का पानी रोकने में जुट गए लेकिन पानी का बहाव
अधिक होने के कारण उन्हे सफलता नही मिली।
इस कटान से किसानों
की करीब पांच सौ बीघा फसल पानी में डूब गई। किसान वंशराज, गंगा प्रसाद, जमुना प्रसाद,
राम सरन, राम कुमार बिन्द्रा, सीता राम, छोटई, राम कुमार, जगदीश यादव, सुरेश सिंह,
बेनी माधव, नरेन्द्र, चन्द्रिका, राम फेर, लालता प्रसाद, छोटेलाल जगदीश यादव, राजकुमार,
राम प्रताप, मथुरा प्रसाद समेत सैकड़ो किसान प्रभावित हुए हैं। इन किसानों की गेंहू,
मक्का, सरसों, तंबाकू, अरहर व मटर की फसलें पानी में डूबकर पूरी तरह से बर्बाद हो गई
हैं।
उधर सूचना मिलने के बाद सिंचाई विभाग के अवर अभियंता दो घंटे बाद मौके पर पहुंचे
तो किसानों ने उनसे जेसीबी मशीन मंगाकर नहर को बंधवाने की मांग की। लेकिन जेई ने मशीन
मंगाने में हीलाहवाली की तो नाराज किसानों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। इसके बाद लोगों
ने खुद ही जेसीबी मशीन मंगवाकर नहर को बांधा। तहसीलदार एसएन तिवारी ने बताया कि लेखपाल
रामेश्वर तिवारी को गांव भेजा गया है।
हेमंत सरकार का कैबिनेट विस्तार : 11 मंत्रियों ने ली शपथ, छह नए चेहरे
भाजपा को झटका, पूर्व विधायक जितेंद्र सिंह शंटी 'आप' में शामिल
देश के सभी गांवों में पहुंची बिजली, DDGJY से 49 लाख बीपीएल परिवारों को कनेक्शन : मनोहर लाल
Daily Horoscope