कानपुर। आप जैसा खाते हैं वैसा दिखते हैं। आपके शिशु का आहार आज जैसा होगाए उसका असर उसकी किशोरावस्था एवं युवावस्था पर स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ेगा। यह महत्वपूर्ण है कि एक शिशु आयरन जैसे आवश्यक पोषक तत्वों की समुचित मात्रा का सेवन करेए जो उसकी वृद्धि एवं विकास के लिए आवश्यक होते हैं। स्तनपान करने वाले बच्चे अपने शुरूआती 6 महीनों के दौरान अपनी मां से पर्याप्त आयरन प्राप्त करते हैं। 6 महीने के बाद शिशु का तेजी से विकास होने लगता है और उस दौरान उसे ठोस आहार देना प्रारंभ किया जाता है। ऐसी स्थिति में माताओं के लिए यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता होती है कि उनके शिशु को पर्याप्त आयरन प्राप्त हो और उसे आयरन की कमी न होने पाए।
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