धर्मशाला (सीमा अग्रवाल)। शैक्षणिक सत्र 2017-18 में राज्य के स्कूलों के छात्रों को मुफ्त की किताबों के लिए इस बार इंतजार नहीं करना पड़ेगा। विंटर क्लोजिंग स्कूलों के लिए किताबें प्रिंट करवा कर भेज दी है। 15 फरवरी से स्कूल शुरू होंगे। प्रारंभिक शिक्षा विभाग ने किताबों को प्रिंट करवाकर उन्हें शिक्षा बोर्ड के डिपुओं में भेज दिया है। विभाग ने किताबों को बांटने के लिए भी डेडलाइन तय कर दी है। सभी जिलों के डिप्टी डायरेक्टर, ब्लॉक एलिमेंटरी ऑफिसर से लेकर स्कूल के मुखिया की जिम्मेदारी तय की गई है। यही नहीं विभाग ने किताबों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया है। [@ यहां बहन सेहरा बांध, ब्याह कर लाती है भाभी] [@ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
6 से 10वीं कक्षा तक के बच्चों को ये किताबें मिलेगी। शैक्षणिक सत्र 2015-16 में किताबों के आबंटन में 137 दिनों की देरी हुई थी। सत्र शुरू होने के बाद किताबों को छापने की प्रक्रिया शुरू की गई। उसके बाद ऑडर मंगवाए गए, जिसके चलते ये देरी हुई। हालत ये थे कि बच्चे स्कूल जाते थे लेकिन उनके पास किताबें नहीं होती थी। इस साल शिक्षा विभाग ने किताबों के आर्डर नवंबर महीने में ही स्कूलों से मंगवा लिए थे। उसके बाद किताबों को छापने का ऑर्डर दिया। किताबों की छपाई में क्वालिटी का खास ख्याल रखा गया है। पिछली बार छपाई से संबंधित कई शिकायतें आई थी। किताबों की छपाई काफी निम्न स्तर की थी। किताबों का रंग हाथ में लगता था।
शिकायत मिलने के बाद विभाग ने इसकी जांच भी बिठाई थी। कांगड़ा जिला के बैजनाथ ब्लॉक के पपरोला डिपो में 2 फरवरी को किताबें मिलेगी। कुल्लू में आनी, निरमंड की किताबें रामपुर डिपो, बंजार ब्लॉक की किताबें कुल्लू डिपो में 31 से 2 फरवरी तक मिलेगी। मंडी जिला के मंडी डिपो में सदर-1, सदर-2, द्रंग-2, चिच्योट-2, सिराज-2 और सिराज-2, करसोग-1, सुंदरनगर-2 और चिच्योट की किताबें मंडी डिपो में 31 से 2 फरवरी तक ही दी जाएगी।
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