कुल्लू । अब हिमाचल प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को घर न होने के अभाव में फुटपाथ या रेन शैल्टर में नहीं सोना पड़ेगा। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय-शहरी आजीविका मिशन के तहत उनके लिये अब बेहतर सुविधायुक्त आवास बनाये जायेंगे। जहां पर रहने व खाने के लिये उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जायेगा बल्कि उनको स्वरोजगार के लिये भी प्रशिक्षित किया जायेगा। यह जानकारी देते हुये दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक संदीप मिन्हास ने बताया कि सामाजिक ढांचागत निर्माण योजना के तहत बेघरों के लिये हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति व किन्नौर जिलों को छोड़ कर सभी दस जिलों में इस तरह के आवायीय परिसरों का निर्माण होगा। ताकि किसी भी व्यक्ति को बिना घर के रात को फुटपाथ या रेन शैल्टर में न सोना पड़े।
उन्होंने बताया कि प्रारंभिक चरण में मंडी व धर्मशाला में इस तरह के आवासीय परिसरों का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है और शहरी विकास विभाग की स्वीकृति मिलते ही प्रदेश के अन्य जिलों में इन आवासीय परिसरों का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। उन्होंने बताया कि कुल्लू शहर में जिन लोगों के पास अपना घर नहीं उनके रहने के लिये जल्द ही अपना घर नाम से कुल्लू शहर में ही एक अत्याधुनिक सुविधा युक्त आवासीय भवन का निर्माण होगा, जहां पर वह लोग बिना किसी खर्च के रह सकेंगे जिनके पास अपना घर नहीं है और वह खुले में कहीं भी रात बिताने के लिये विवश होते है। अपना घर के निर्माण पर 57 लाख रुपए खर्च किये जायेंगे।
दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक संदीप मिन्हास ने बताया कि सामाजिक ढांचागत निर्माण योजना के अंतर्गत कुल्लू शहर में बेघर लोगों को आवासीय सुविधा मुहैया करवाने के लिये 57 लाख की योजना तैयार की गई है, जिसे शहरी विकास विभाग हिमाचल प्रदेश को स्वीकृती के लिये भेजा गया है और इसके स्वीकृत होते ही इसका काम शुुरू कर दिया जायेगा। संदीप मिन्हास ने जानकारी देते हुये बताया कि इस योजना के तहत कुल्लू शहर के अखाड़ा बाजार स्थित नगर परिषद् की पार्किंग के ऊपर एक भवन अपना घर के नाम से बनाया जायेगा। इस अपना घर में उन लोगों को मुफ्त रहने की सुविधा मिलेगी जिनके पास कुल्लू में अपना घर नहीं है। दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के प्रबंधक संदीप मिन्हास के मुताबिक अपना घर में रहने वालों को केयरटेकर सहित खाने पीने, स्वास्थ्य सुविधा, सुरक्षा आदि सभी जुरूरत की सुविधायें मुहैया करवाई जायेंगी। अपना घर में रहने वालों को मिशन के तहत सामाजिक सुरक्षा प्रदान करते हुये कौशल विकास का प्रशिक्षण भी दिया जायेगा ताकि वह अपने लिये स्थाई रोजगार हासिल करके अपनी आर्थिकी को भी मजबूत कर सके।
मिन्हास ने बताया कि अपना घर को व्यवसायिक उद्देश्य से भी बनाया जायेगा। जहां पर ऐसे लोगों को बाजार से सस्ती दरों पर रहने की सुविधा उपलब्ध करवाई जायेगी जो कुल्लू में आने कामकाज के सिलसिले में दो चार दिनों के लिये रहने आते है। यहां पर रहने वालों से बहुत ही कम शुल्क लिया जायेगा। उन्होंने बताया कि व्यवसायिक परिसर की आमदनी से अपना घर में रहने वालों का खर्च भी चलता रहेगा और दूसरे लोगों को भी सस्ती दर पर रात को रहने की सुविधा मिलेगी। गौरतलब है कि अन्य राज्यों में फुटपाथ व रेन-शैल्टर में रात बीताने वाले व बेघर लोगों को रहने के लिये रैन बसेरे के नाम से आवासीय परिसर बनाये गये हैं, हालांकि हिमाचल में भी कुछ स्थानों पर रैन बसेरे बनाये गये हैं लेकिन वह नाकाफी हैं लेकिन इस योजना के अंतर्गत अब शीघ्र ही हिमाचल प्रदेश में इस तरह से रहने वालों को और बेहतर बेहतर आवासीय सुविधा मुहैया होगी।
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