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सितारे : दृष्टि धामी, गुलशन देवैया
निर्माता : गोल्डी बहल
निर्देशक : प्रदीप सरकार, एजाज खान
स्ट्रीमिंग : जी5
ओटीटी प्लेटफार्म पर दर्शकों को रोज नई तरह की कहानियाँ देखने को मिल रही है। लगातार असफल और कचरा हिन्दी फिल्मों को देखने के स्थान पर दर्शक घर बैठे वेब सीरीज का आनन्द लेना ज्यादा पसन्द कर रहा है। हालांकि हमें पिछले एक ही दिन में दो बेहतरीन सिनेमा देखने का मौका मिला। एक फिल्म सिनेमाघरों में—दोबारा, और दूसरी फिल्म ओटीटी प्लेटफार्म जी5—दुरंगा—देखने का मौका मिला। दोनों ही थ्रिलर फिल्में हैं लेकिन दोनों का मिजाज अलग-अलग है।
वेब सीरीज की दुनिया दर्शकों के मनोरंजन के लिए इन दिनों दिलचस्प कहानियां पेश कर रही है। हिंदी फिल्मों की कहानियों और कंटेंट से नाराज दर्शकों को ओटीटी की दुनिया में कई शानदार वेब सीरीज और फिल्म्स मिल रही हैं। इसी कड़ी में नया नाम जुड़ा है हालिया रिलीज हुई वेब सीरीज दुरंगा का। गुलशन देवैया और दृष्टि धामी स्टारर वेब सीरीज दुरंगा को जी5 पर स्ट्रीम किया गया है। ये एक सस्पेंस थ्रिलर साइको ड्रामा मर्डर मिस्ट्री है। जिसमें दोनों ही सितारों ने शानदार काम किया है।
इस वेब सीरीज की कहानी साइको पैश सीरियल किलर समित पाटिल (गुलशन देवैया) की है। जिसकी पत्नी ईरा (दृष्टि धामी) मुंबई पुलिस क्राइम ब्रांच में सीनियर अधिकारी है। दोनों के एक बच्चा भी है, जो पिछले 11 साल से अपने पति के सच से अंजान है। कहानी में रोचक मोड़ तब आता है जब अचानक से मुम्बई में एक बार फिर से खूनी सिलसिला शुरू होता है जिसकी जाँच क्राइम ब्रांच में सीनियर इंस्पेक्टर ईरा को सौंपी जाती है। परत-दर-परत रहस्य की कडिय़ाँ खुलती हैं जिन्हें देखकर दर्शक हैरान होता है।
इस वेब सीरीज की सबसे बड़ी खूबी सितारों का अभिनय है। मुख्य भूमिकाओं में जहाँ दृष्टि धामी और गुलशन देवैया ने अपनी छाप छोड़ी है, वहीं सहायक भूमिकाओं में जाकिर हुसैन,अभिजीत, चाइल्ड आर्टिस्ट हीरा मिश्रा ने अपने अभिनय से दर्शकों को प्रभावित किया है। गुलशन देवैया फिल्म के दृश्यों में बिल्कुल रमे हुए हैं। उनकी बॉडी लैंग्वेज, उनका स्टाइल, उनकी संवाद अदायगी किरदार में पूरी तरह से ढल गई है। साइकोपैथ सीन्स गुलशन देवैया ने बेहद शानदार किए हैं। जबकि, दृष्टि धामी टफ कॉप और एक केयरिंग मदर, पत्नी के किरदार में प्रभावी रही हैं। एक तरफ जहाँ सितारों का अभिनय शानदार है वहीं दूसरी ओर फिल्म को रोचक बनाने में इसके रहस्य ने भी पूरा साथ दिया है।
वेब सीरीज को गोल्डी बहल ने अपनी तरफ से पूरी सावधानी के साथ बनाया है लेकिन फिर भी इसमें कुछ कमियाँ हैं, जो दर्शकों को अखरती हैं। उदाहरण के तौर पर कमजोर साजिशें, लॉजिकल गलतियां और सबसे बड़ी कमी दृश्यों का अचानक से खत्म हो जाना। इसके बावजूद यह थ्रिलर फिल्म प्रदीप सरकार और एजाज खान के निर्देशन के चलते देखने लायक है।
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