बीजिंग। कई माता-पिता अपने अनुशासनहीन बच्चों के सिर के पीछे हल्के थप्पड़ को अपेक्षाकृत सुरक्षित दंड मानते हैं। लेकिन 50 साल के लंबे शोध से पता चला है कि नाराज माता-पिता को बच्चों के सिर के पीछे थप्पड़ लगाने से पहले दो बार सोचना चाहिए, क्योंकि इससे बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है।
शोध के अनुसार, बच्चों के सिर के पीछे हल्के थप्पड़ मारने से उनमें मानसिक समस्याओं और संज्ञानात्मक क्षमताओं का जोखिम बढ़ जाता है। निष्कर्षों तक पहुंचने के लिए शोधकर्ताओं ने पांच दशकों के डेटा का विश्लेषण किया। इस दौरान शोधार्थियों ने 160000 बच्चों के जीवन का आकलन किया।
[# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आखिर, पानी पीने के कितने समय बाद पेशाब होनी चाहिए?
ये होते हैं कैंसर के शुरुआती लक्षण, दिखते ही फौरन लें डॉक्टर से परामर्श
दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे हैं साइलेंट निमोनिया के मरीज!
Daily Horoscope