लंदन के इंपीरियल कॉलेज के शोधार्थियों ने पाया कि कोकोआ में पाया जाने
वाला एक अल्केलॉइड थियोब्रोमिन खांसी को कोडीन से बेहतर तरीके से रोक सकता
है। कोडीन खांसी की दवा में पाया जाने वाला एक आम यौगिक है।
आखिर खांसी में चॉकलेट से आराम क्यों मिलता है। शोधार्थियों का दावा है कि
कोकोआ का गुण शांति देने वाला या स्त्रिग्धकारी होता है। इसका मतलब यह है
कि यह सूजन और खरास में आराम पहुंचाता है।
खास तौर से इसका कारण यह है कि यह कफ सीरप की तुलना में अधिक अच्छी तरह से
चिपकता है और बेहतर लेप का काम करता है, जिससे कंठ में नस की सिरा को
सुरक्षा मिलती है। यह सिरा ही हमें खांसने के लिए मजबूर करता है।
(आईएएनएस/सिन्हुआ)
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