इस शोध से पता चला है कि सर्जिकल गैस्ट्रिक बायपास प्रक्रिया (बैरियाटिक
सर्जरी) की तुलना में इसमें कोई चीडफ़ाड़ नहीं की जाती है और मरीज जल्दी
सामान्य भी होता है।
इस शोध के दौरान सभी मरीजों में वजन की कमी और भूख
में कमी देखी गई। एक महीने बाद उनके वजन में 5.9 फीसदी की कमी देखी गई। छह
महीने बाद उनका बजन 13.3 फीसदी घट गया। इस शोध के वेंकुवर, कनाडा में चल
रहे सालाना वैज्ञानिक बैठक सोसाइटी ऑफ इंटरवेंशनल रेडियोलॉजी 2016 में
प्रस्तुत किया गया।
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