नई दिल्ली। वायु प्रदूषण गंभीर स्तर तक पहुंच चुका है और मौसम भी तेजी से
बदल रहा है। शुरू हो रहे ठंड के मौमस की वजह से जहरीली धुंध-धुएं का गुबार
बन रहा है। इसे देखते हुए आईएमए और एचसीएफआई ने परामर्श जारी किए गए हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के मनोनीत अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल कहते
हैं कि बारीक धूलकण बेदह खतरनाक होते हैं जो फेफड़ों के तंतुओं को क्षति
पहुंचाते हैं। इन्हें नंगी आंख से देखा नहीं जा सकता।
उन्होंने
कहा, ‘‘दिल्ली में इसका स्तर 1000 से ज्यादा हो सकता है जो हमारी सेहत के
लिए बेहद खतरनाक है। लोगों को ज्यादा से ज्यादा घर के अंदर रहने और खुले
में कसरत न करने की सलाह दी जा रही है।’’
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