ज्यादातर ई-सिगरेट में एक बैटरी,
एक गर्म करने का उपकरण और तरल के लिए एक काट्र्रिज होती है। इसमें खास तौर
से निकोटिन और दूसरे रसायन होते हैं। बैटरी संचालित उपकरण से ऐरोसाल में
काट्र्रिज के तरल को गर्म किया जाता है, जिसे उपयोगकर्ता सांस के जरिए
खींचते हैं।
इससे पहले, वैज्ञानिकों ने सोचा था कि सिगरेट के
धूम्रपान में पाए जाने वाले रसायन स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं।
लेकिन बढ़ते वैज्ञानिक आकड़ों और पत्रिका ‘आंकोटारगेट’ में प्रकाशित इस
अध्ययन से दूसरे सुझाव सामने आए हैं।
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