मुंबई। वित्त वर्ष 2021-22 की आगामी तीसरी तिमाही के आने वाले परिणामों के साथ,औद्योगिक उत्पादन और मुद्रास्फीति पर वृहत आर्थिक आंकडों संबंधी डेटा बिंदुओं का जारी होना अगले सप्ताह प्रमुख घरेलू इक्विटी सूचकांकों की प्रगति का निर्धारण करेंगे। हालांकि, कच्चे तेल की ऊंची कीमतों जैसे वैश्विक संकेतों, विदेशी फंड प्रवाह की दिशा और घरेलू स्तर पर कोविड मामलों में बढ़ोत्तरी निवेशकों के जोखिम उठाने की प्रवृति को प्रभावित कर सकती है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
एचडीएफसी प्रतिभूतियां के रिटेल रिसर्च प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, स्थिर घरेलू संकेतों के साथ एफआईआई और डीआईआई मात्रा में धीरे-धीरे बढ़ोतरी और वित्त वर्ष 2022 के सकल घरेलू उत्पाद में 9.2 प्रतिशत की वृद्धि के उन्नत अनुमानों को जारी करना निकट अवधि के लिए अच्छा है।
आने वाले समय में निफ्टी की रेंज 17,944 से 17,655 हो सकती है।
इसके अलावा, वित्त वर्ष 2021-22 की आमदनी का परिणामी सीजन अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगा।
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आईटी क्षेत्र की प्रमुख कंपनियां इन्फोसिस, टीसीएस और विप्रो वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के अपने आय परिणाम घोषित करने वाली पहली ब्लूचिप फर्म हो सकती हैं।
इसके अलावा आने वाले सप्ताह में माइंडट्री, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी बैंक और अन्य कंपनियों के अपने तिमाही परिणामों की घोषणा करने की उम्मीद है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च, ब्रोकिंग एंड डिस्ट्रीब्यूशन के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, अगले हफ्ते, आईटी क्षेत्र के अपेक्षित मजबूत आय संबंधी आंकड़े बाजारों को को गति देने वाले अहम कारक साबित हो सकते हैं।
स्थिर सुधार की उम्मीद पर सकारात्मक वैश्विक संकेत के साथ ही एफआईआई की वापसी बाजार के लिए अन्य प्रमुख कारक होंगे।
इसके अलावा ओमिक्रोन वेरिएंट से संभावित जोखिम, आगामी बजट और कमजोर वैश्विक संकेतों के कारण निकट भविष्य में बाजार का रुझान अस्थिर हो सकता है।
वित्त वर्ष 2021-22 की तीसरी तिमाही के परिणामों के अलावा, निवेशक आगामी मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा बिंदुओं जैसे औद्योगिक उत्पादन सूचकांक और व्यापार संतुलन के आंकड़ों पर ध्यान देंगे।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, आने वाला सप्ताह आईटी क्षेत्र पर ध्यान देने के साथ शुरूआती आमदनी के रुझानों से प्रेरित होगा।
नवंबर के लिए विनिर्माण और औद्योगिक उत्पादन तथा दिसंबर के लिए मुद्रास्फीति आंकड़े जैसे मैक्रोइकॉनॉमिक डेटा पॉइंट जारी करने के मामले में भी यह एक व्यस्त सप्ताह है।
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के 12 जनवरी को आईआईपी और सीपीआई के मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा पॉइंट जारी करने की उम्मीद है। (आईएएनएस)
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