नई दिल्ली| भारत और ब्राजील जैसे देशों में कोविड-19 के कहर के बीच फेसबुक ने कहा है कि उसने कोविड से संबंधित गलत सूचनाओं और नुकसान पहुंचाने वाली अपनी नीतियों का उल्लंघन करने के लिए वैश्विक स्तर पर अपने मुख्य प्लेटफॉर्म और इंस्टाग्राम से 1.8 करोड़ से अधिक कंटेंट (सामग्री) को हटा दिया है। सोशल नेटवर्क ने महामारी की शुरुआत से इस साल अप्रैल तक इस प्रकार के कंटेंट को हटाया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
कंपनी ने अपनी पहली तिमाही की कम्युनिटी स्टैंडर्ड इनफॉर्समेंट रिपोर्ट में कहा है, हम वैक्सीन की स्वीकृति बढ़ाने और वैक्सीन की गलत सूचना से निपटने के लिए भी काम कर रहे हैं।
सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी फेसबुक ने इससे पहले बुधवार को अपनी कोविड-19 अनाउसमेंट का भी विस्तार किया, जो कि भारत में आवश्यक कोरोनावायरस से संबंधित अपडेट साझा करने के लिए राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य विभागों के लिए एक टूल (उपकरण) है।
फेसबुक पर वीपी इंटीग्रिटी गाय रोसेन के अनुसार, व्यापकता यह समझने के लिए सबसे उपयोगी मीट्रिक में से एक है कि लोग कितनी बार इसके प्लेटफॉर्म पर हानिकारक सामग्री देखते हैं।
फेसबुक पर अभद्र भाषा का प्रचलन लगातार कम हो रहा है।
रोसेन ने कहा, पहली तिमाही में यह 0.05-0.06 प्रतिशत रहा, या प्रति 10,000 व्यूज पर 5 से 6 बार देखा गया। हम अपने प्लेटफॉर्म पर अभद्र भाषा के प्रसार को यथासंभव कम रखने की कोशिश करके अपने प्रवर्तन की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करते हैं। इसके अलावा गलतियों को कम करते हैं और इस तरह की सामग्री को हम हटा देते हैं।
फेसबुक ने पहली तिमाही में ने 88 लाख गलत और उत्पीड़न से भरी सामग्री पर कार्रवाई की है, जो कि 2020 की तीसरी तिमाही से 63 लाख से अधिक है।
इसके अलावा कंपनी ने 2020 की चौथी तिमाही की अपेक्षा 64 लाख अधिक संगठित रूप से नफरत फैलाने वाली सामग्री के साथ 2.52 करोड़ सामग्री पर कार्रवाई की है। इसके साथ ही 2020 की तीसरी तिमाही में 2.69 करोड़ हेट स्पीच कंटेंट की तुलना में कंपनी ने 2.52 करोड़ कंटेंट पर कार्रवाई की।
--आईएएनएस
2,500 सत्यापित सब्सक्राइबर फॉलोअर वाले एक्स यूजर्स को मुफ्त में मिलेगी प्रीमियम सेवा
रियलमी 12एक्स 5जी स्मार्टफोन 12 हजार से कम कीमत में देता है बेहतरीन एक्सपीरिंयस
Finding the Best Way to Track Business Payments with SME Banks
Daily Horoscope