दो माह मेें ऐंठे 20 लाख
कमाई का लालच देने के कारण सेन्ट्रल स्पाइन
स्थित ऑफिस में टैक्सी चालकों का तांता लग गया और इन शातिर बदमाशों ने
रजिस्ट्रेशन और कागजी कार्रवाई के नाम पर प्रत्येक से 4 हजार से लेकर
ग्यारह हजार रुपए तक वसूलने शुरू कर दिए। बीते दो महीनों में करीब 20 लाख
रुपए से ज्यादा की रकम ऐंठ ली। इन शातिर बदमाशों का बिजनेस प्लान देखकर
पुलिस हरकत में आई।
डमी टैक्सी चालक भेज कर पुलिस ने फांसा
पुलिस ने
भी कुछ टैक्सी चालकों को डमी प्रतिनिधि के रूप में भेजकर ततीश शुरू की।
जांच में सामने आया कि कुबेर कैब नाम की यह कपनी तो एक नौकर के नाम
रजिस्टर्ड है और रुपए ऐंठने वाले सभी व्यक्तियों के दस्तावेज फर्जी हैं।
फर्जी दस्तावेज व परिचय पत्र मिले
डीसीपी
अंशुमन भौमिया ने बताया कि गिरतार किए गए तीनों आरोपियों से फर्जी परिचय
पत्र मिले हैं। पोस्टर्स में दिए गए हेल्पलाइन नबर भी फर्जी थे, जिन टैक्सी
चालकों से रुपए लिए गए उसकी पूरी डिटेल आरोपियों के कब्जे से जब्त की गई
है। जांच में यह भी पता चला कि कुछ दिनों पहले इन्हीं बदमाशों ने गुवाहाटी
में इसी तरह की फर्जी कैब सर्विस कंपनी खोली और लोगों से लाखों रुपए ऐंठकर
गायब हो गए।
कई थानों में मामले दर्ज
पुलिस के मुताबिक इन तीनों
युवकों के खिलाफ टोंक, सवाई माधोपुर और जयपुर के कई थानों में धोखाधड़ी के
मुकदमें दर्ज हैं। पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने प्रतिष्ठित कैब सर्विस
प्रतादा कंपनी से मिलता-जुलता नाम रखकर लोगों को झांसे में लिया। आरोपियों
का प्लान करीब पांच हजार लोगों से पांच से छह करोड़ रुपए ऐंठने का था,
लेकिन पुलिस ने इनके प्लान पर पानी फेर दिया।
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