नई दिल्ली | राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) प्रधानमंत्री के परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम से प्रेरित होकर 6 फरवरी से 31 मार्च तक परीक्षा पर्व 5.0 का आयोजित कर रहा है। परीक्षा पर्व 5.0 छात्रों, माता-पिता और शिक्षकों को अपने विचार साझा करने और विशेषज्ञों सहित प्रेरक वक्ताओं से मार्गदर्शन और महत्वपूर्ण सुझाव प्राप्त करने के लिए एक मंच प्रदान करने का एक प्रयास है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
आयोग ने बताया कि ऐसे तनावपूर्ण समय में असहज और भ्रमित करने वाले विचारों के बारे में बात करने और साझा करने से छात्रों के तनाव और चिंता को काफी हद तक कम करने और परीक्षा के प्रति बच्चों के दृष्टिकोण को बदलने तथा इसे उत्सव की तरह एक आनंददायक गतिविधि बनाने में मदद मिलेगी। इस वर्ष बच्चों के अलावा शिक्षकों और माता-पिता तक पहुंचने के उद्देश्य से एनसीपीसीआर द्वारा बहु-आयामी ²ष्टिकोण का पालन किया जा रहा है।
जानकारी के मुताबिक बच्चों की भागीदारी को प्रोत्साहित करने के लिए एनसीपीसीआर ने राज्य सरकार के सभी संबंधित विभागों शिक्षा, महिला एवं बाल विकास या समाज कल्याण, शिक्षा बोर्ड को एक पत्र भेजा है, जिसमें कहा गया है कि सभी जिलों के लिए जिला शिक्षा अधिकारी, जिला बाल संरक्षण इकाइयों के माध्यम से सभी स्कूलों, बाल देखभाल संस्थानों के लिए एक आदेश जारी करें और छात्रों और बच्चों की भागीदारी को प्रोत्साहित करें।
गौरतलब है कि एनसीपीसीआर 2019 से अपने अभियान परीक्षा पर्व के साथ परीक्षा का उत्सव मना रहा है, जिसका उद्देश्य परीक्षा के प्रति बच्चों के ²ष्टिकोण को बदलना और परीक्षा और परीक्षा परिणामों से जुड़े उनके तनाव और चिंता को दूर करने के लिए एक मंच प्रदान करना है।(आईएएनएस)
कॉस्ट एण्ड मेनेजमेन्ट अकाउन्टेन्ट्स परीक्षा परिणाम घोषित
बिहार बोर्ड ने देश में सबसे पहले जारी किया बारहवीं का रिजल्ट : 83.70% स्टूडेंट्स हुए पास, लड़कियों ने मारी बाजी
लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों के लिए रजिस्ट्रेस फीस 100 रुपए
Daily Horoscope