चेन्नई। अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई विश्वविद्यालय से संबद्ध इंजीनियरिंग कॉलेजों के सभी छात्रों का अकादमिक ऑडिट करेगा। अन्ना विश्वविद्यालय के शैक्षणिक अध्ययन केंद्र के निदेशक ने इंजीनियरिंग कॉलेजों को भेजी एक विज्ञप्ति में यह सुनिश्चित करने के लिए एक अकादमिक ऑडिट करने का निर्देश दिया कि सभी आंतरिक ठीक से संचालित किए जा रहे हैं। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
ऑडिट इन इंजीनियरिंग कॉलेजों में छात्रों की उपस्थिति के साथ-साथ इन संस्थानों में शिक्षण की गुणवत्ता को भी रिकॉर्ड करेगा।
इंजीनियरिंग कॉलेजों को प्रत्येक सेमेस्टर के दौरान कॉलेज में प्रत्येक छात्र के आंतरिक मूल्यांकन परिणामों के रिकॉर्ड को भी बनाए रखना होता है। अन्ना विश्वविद्यालय की विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि प्रत्येक सेमेस्टर के दौरान पढ़ाए जाने वाले प्रत्येक पाठ्यक्रम के लिए अकादमिक ऑडिट किया जाना चाहिए।
अकादमिक ऑडिट के दौरान प्रयोगशाला असाइनमेंट सहित आंतरिक मूल्यांकन के दौरान छात्रों को उदारता प्रदान करने वाले कॉलेजों की आसानी से पहचान की जा सकती है।
अन्ना विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, यह शिक्षण की गुणवत्ता और उन छात्रों के स्तर को बढ़ाएगा जो अन्ना विश्वविद्यालय से संबद्ध इन कॉलेजों में पाठ्यक्रम ले रहे हैं। इससे कॉलेजों और इस प्रकार विश्वविद्यालय के स्तर और रेटिंग में सुधार होगा।
एक प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थान से एक बाहरी पाठ्यक्रम विशेषज्ञ को संबंधित इंजीनियरिंग कॉलेज के विभाग के प्रमुख द्वारा बनाई जाने वाली समितियों में होना आवश्यक है और यह सुनिश्चित करना है कि अकादमिक ऑडिट पारदर्शी तरीके से किए जाएं।
विश्वविद्यालय ने संबंधित कॉलेजों को यह भी सूचित किया है कि जिन कॉलेजों को अस्थायी संबद्धता दी गई थी, उनकी संबद्धता के लिए निरीक्षण के दौरान वर्तमान और पिछले सेमेस्टर की अकादमिक ऑडिट रिपोर्ट का सत्यापन किया जाएगा। हालांकि स्थायी संबद्धता वाले कॉलेजों को अकादमिक ऑडिट भी कराना होगा।
--आईएएनएस
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