चेन्नई| भारत की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने बुधवार को यहां अपने संयंत्र में एक करोड़ कारों का उत्पादन किया। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
जबकि छोटी कार सैंट्रो पहला मॉडल था जिसे लगभग 25 साल पहले संयंत्र से बाहर किया गया था। यह कंपनी का नवीनतम मॉडल 'अल्काजर' था जो जादुई 10 मिलियन कार के रूप में असेंबली लाइन से बाहर आया।
संयंत्र में मौजूद तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन ने इस महत्वपूर्ण अवसर को चिह्न्ति करने के लिए कार के बोनट पर हस्ताक्षर किए।
ऑटोमोबाइल के देश के सबसे बड़े निर्यातक के रूप में, हुंडई मोटर ने 2020 की शुरूआत में 30 लाख वाहन निर्यात मील का पत्थर पार किया, 88 देशों को निर्यात किया और वर्षों में कई निर्यात मील के पत्थर दर्ज किए। मार्च 2008 में 5 लाख निर्यात, फरवरी 2010 में 10 लाख निर्यात, 20 लाख मार्च 2014 में निर्यात किए हैं।
पिछले वित्त वर्ष में कंपनी ने 1,04,342 यूनिट्स की शिप की थी।
दो साल से ज्यादा समय लेने वाली पहली दो मिलियन कारों को छोड़कर, हुंडई मोटर ने दो साल से भी कम समय में लगातार मिलियन कारों को रोल आउट किया।
हुंडई मोटर ने बुधवार को सामुदायिक विकास कार्यक्रमों की भी घोषणा की जैसे; ड्रीम विलेज प्रोजेक्ट 2.0 का उद्घाटन - श्रीपेरंबदूर के कटरामबक्कम गांव में सालाना 500 लोगों को लाभान्वित करने वाले चाइल्ड केयर सेंटर और 1,500 लोगों को समायोजित करने की क्षमता वाले सामुदायिक हॉल का निर्माण; कांचीपुरम जिले में 200 परिवारों को लाभान्वित करने वाली ग्रामीण महिलाओं के लिए आय-उत्पादन कार्यक्रम (डेयरी खेती) का शुभारंभ और श्रीपेरंबुदूर के पास वल्लाकोट्टई गांव में एक मोबाइल खानपान सेवा स्थापित करने के लिए एक स्वयं सहायता समूह बनाया है।
--आईएएनएस
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