इस आधुनिक युग में जहां हर कोई अपनेघर का निमार्ण और गृह- सज्जा आधुनिक तौर
पर करता है वहीं उसके उलट इस बात का भी ध्यान रखता है कि वह परिवार के
बडे-बुजगों द्वारा घर का निमार्ण और गृह- सज्जा के लिए कही गई बातों का भी
परिपालन करें। क्योंकि वह हमेशा से इन बातों को अपनी दादी-नानी या किसी
अन्य बुजर्ग से सुनते आ रहे होते हैं कि घर का किचन उस दिशा या मंदिर इस
दिशा में होगा तो शुभ होगा।
लेकिन उन्हें इस बात का इल्म हनीं होता
था, कि इन शुभ और अशुभ बातों के पीछे आखिर क्या कारण हैं। लेकिन आज के
वक्त में लोग इन बातों का अनुसरण कर रहे हैं। क्योंकि उन्हें ऎसा करने के
पीछे कारण भी पता है और यह सारी बातें वास्तु के अंतर्गत आती हैं।
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