हनुमान जी, हिन्दू धर्म के महत्त्वपूर्ण ग्रंथ रामायण में एक पौराणिक
चरित्र है। शिव पुराण के अनुसार हनुमान जी को, भगवान शिव का दसवां अवतार
माना जाता है। साधारणतया हनुमान प्रतिमा को चोला चढ़ाते हैं। हनुमानजी की
कृपा प्राप्त करने के लिए मंगलवार को तथा शनि महाराज की साढ़े साती, अढैया,
दशा, अंतरदशा में कष्ट कम करने के लिए शनिवार को चोला चढ़ाया जाता है।
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साधारणतया मान्यता इन्हीं दिनों की है, लेकिन दूसरे दिनों में रवि, सोम,
बुध, गुरु, शुक्र को चढ़ाने का निषेध नहीं है। चोले में चमेली के तेल में
सिन्दूर मिलाकर प्रतिमा पर लेपन कर अच्छी तरह मलकर, रगडक़र चांदी या सोने का
वर्क चढ़ाते हैं।
तीन दिन में मनाए जाएंगे चार पर्व, गंगा दशहरा आज, 31 को निर्जला एकादशी व गायत्री जयंती, 1 जून को प्रदोष
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