अष्टलक्ष्मी हमें धन, विद्या, वैभव, शक्ति और सुख प्रदान करती हैं। इस
मंदिर में लक्ष्मी की आठ अलग-अलग मूर्तियां अलग-अलग तलों पर स्थापित की गई
हैं। यहां आदि लक्ष्मी, धान्य लक्ष्मी, धैर्य लक्ष्मी, गज लक्ष्मी, विद्या
लक्ष्मी, विजया लक्ष्मी, संतना लक्ष्मी और धन लक्ष्मी के दर्शन होते हैं।
सभी देवियों के मंदिर घडी की सूई की दिशा में आगे बढते हुए दिखाई देते हैं।
सबसे अंत में नवम मंदिर है, जो भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का है। इस
मंदिर में विष्णु की तुलना में लक्ष्मी को प्राथमिकता दी गई है।
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