कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में ‘जाको राखे साईंयां मार सके ना कोय’ वाली कहावत चरितार्थ हुई, जब चलती ट्रेन के शौचालय में एक महिला का प्रसव हो गया और बच्चा शौचालय से नीचे पटरियों के बीच गिर कर सही सलामत बच गया। ट्रेन गुजर गई, लेकिन उसको कोई गहरी खरोंच भी नहीं आई। ट्रेन के गुजर जाने के बाद पास ही मौजूद एक चरवाहा दंपति ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी और उसे उठा लिया, देखा तो बच्चा सुरक्षित है, हालांकि गिरने से बहुत हल्की चोटें आई हैं। [ 37 देशों में मिली यह अनजान खूबसूरत औरतें] [ अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे]
खबरों के मुताबिक, शुक्लागंज स्टेशन के पास पटरियों के बीच गिरा एक मासूम रो रहा था। इसी बीच बकरियां चरा रहे शुक्लागंज निवासी लाला-रूही दंपति ने बच्चे के रोने की आवाज सुनी तो वे पटरियों पर पहुंचे। दंपति ने पाया कि वहां एक नवजात पड़ा है जिसकी नाल भी नहीं कटी थी। उसके शरीर पर हल्के चोट के निशान थे।
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