आप भूत और प्रेतों पर विश्वास करते हैं क्या,अगर नहीं तो यहां आपको जरूर विश्वास हो जाएगा। दअसल इस यमलोक के रास्ते पर जो गया वह वापस नहीं लौट सका। चोरटेन कांग नग्यी की एक स्तूप है, जिसे तिब्बती लोगों ने यह नाम दिया है। इसे यमलोक का दरवाजा कहा जाता है। ऐसा इसलिए है, क्योंकि यहां अगर कोई भूल से भी रात को रुक जाता है, तो सुबह लौट के नहीं आता।
चीन के स्वायत्त क्षेत्र तिब्बत में दारचेन से 30 मिनट की दूरी पर यह जगह बसी हुई है, जो कैलाश जाने वाले मार्ग पर आती है। हिंदू मान्यता अनुसार इसे यमराज के घर का दरवाजा माना जाता है। आए दिन यहां अनहोनी घटनाएं होती रहती है, जिससे जुड़ा रहस्य अभी तक सुलझ नहीं पाया है। आज भी कई ऐसे रहस्य भी हैं, जिसे विज्ञान भी नहीं सुलझा पाया है।
भारत में ऐसे कई इलाके हैं जहां भूतों और प्रेतों की कहानियां प्रचलित है, वहां कई ऐसे रहस्य है जो कभी सुलझ नहीं सके।
यह भी पढ़े :उम्र 92 वर्ष, 107 पत्नियां, 185 बच्चे लेकिन एक और शादी....
यह भी पढ़े :ऐसा करने से अगले जन्म में मिलता है भरा-पूरा परिवार
[# अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
बयाना के निजी अस्पताल में चार पैर, चार हाथ वाले बच्चे का जन्म, भीड़ इकट्ठा, इलाज के दौरान नवजात की मौत
पूर्व IAS अधिकारी गधों के जरिये करेंगे जनता को जागरूक, समाज में बदलाव से पहले सोच को बदलने पर जोर
भूतेश्वर महादेव मंदिर का रहस्य, यहां आधी रात में देवी-देवता करते हैं भगवान शिव की पूजा
Daily Horoscope