भारत के छत्तीसगढ़ की रामनामी समाज में एक ऐसी परंपरा का पालन होता आ रहा है जिसे सुनकर आज भी हैरानी होती है। इस समाज के लोग अपने पूरे शरीर में रामनाम का टैटू बनवाते हैं जिस आम भाषा में गोदना कहा जाता है। इस समाज में ये परंपरा लगभग 100 सालों से भी ज्यादा लंबे वक्त से चली आ रही है, लेकिन इस समाज के लोग न मंदिर जाते हैं और न ही मूर्ति पूजा करते हैं। इसे भगवान की भक्ति के साथ ही सामाजिक बगावत के तौर पर भी देखा जाता है। [@ इनके पास है 7 हजार कारें, सोने से जडा महल, घूमते हैं सोने के प्लेन में ]
बगावत की निशानी है टैटू
कहा जाता है कि 100 साल पहले गांव में हिन्दुओं के ऊंची जाति के लोगों ने इस समाज को मंदिर में घुसने से मना कर दिया था। इसके बाद से ही इन्होंने विरोध करने के लिए चेहरे सहित पूरे शरीर में राम नाम का टैटू बनवाना शुरू कर दिया।
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