नागौर। नागौर जिले का शिव गांव शिव व शक्ति की आस्था का संगम स्थल है। विक्रमी संवत 1705 में बसा यह गांव वीरता व अध्यात्म का शक्तिपुंज रहा है। आज से करीब 200 वर्ष पूर्व जब इस क्षेत्र में भयंकर विषधरों का बाहुल्य था तब इनके विष को प्रभावहीन करने के लिए इस गांव के शिवदान सिंह तपस्वी सहजराम बाबा के आशीर्वाद से मणिधारी नाग से मणि छीन कर लाए थे, जिससे सांप के काटने पर इलाज किया जाता है। आगे देखिए नागमणि जो मंदिर में रखी है...
बाबा ने खुश होकर दिया वरदान
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