श्रीनाथ जी
दिल्ली के बादशाह आलमगीर औरंगजेब के मथुरा पर हमले के कारण 1672 ईस्वी में श्रीनाथ जी मेवाड़ पधारे। महाराणा राजसिंह ने उदयपुर से 40 किलोमीटर दूर सिंहाड़ गांव के निकट हवेली में शरण दी और 80 गांवों की जागीर मय रिसाला बंदोबस्त के लिए भेंट की। तब से श्रीनाथ जी वहीं बिराजित है। प्रभु श्रीनाथ जी की झांकी सेवा संगम के मेले में जनता के दर्शनार्थ सजाई गई है। मंदिर और पुष्टीमार्ग की परम्पराओं और सहज भाव समझाने के लिए प्रदर्शनी भी लगाई गई है। प्रभु श्रीनाथ जी की आरती के दर्शन और पूजा पद्धति की जानकारी भी यहां प्राप्त की जा सकती है।
यह भी पढ़े :ब्लैक मनी पर सर्जिकल स्ट्राइक से पहले मोदी सरकार ने उठाए ये 7 कड़े कदम
यह भी पढ़े :खास खबर Exclusive : कैसे बढ़ रहे हैं पीएम नरेन्द्र मोदी अपने एजेंडे की ओर
मुख्यमंत्री की घोषणा : 100 यूनिट प्रतिमाह से ज्यादा उपभोग करने वाले परिवारों को भी पहले 100 यूनिट बिजली फ्री मिलेगी, सरचार्ज भी खत्म
कांग्रेस ने 50 साल पहले गरीबी हटाने की गारंटी दी थी, ये कांग्रेस का सबसे बड़ा विश्वाघात - पीएम मोदी
हरियाणा में पहलवानों पर ज्यादती के खिलाफ कांग्रेस विधायक दल ने पास किया निंदा प्रस्ताव
Daily Horoscope