नई दिल्ली । पंजशीर घाटी को तालिबान
के हवाले नहीं किया जाएगा और यदि चरमपंथी समूह इसे जब्त करने की कोशिश करता
है तो प्रतिरोध लड़ाके जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार होंगे। यह बात अहमद
शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद ने अल अरबिया से कही।
उन्होंने कहा, हमने सोवियत संघ का सामना किया, और हम तालिबान का सामना करने
में सक्षम होंगे।
ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
तालिबान ने मसूद को बताया कि उसके पास काबुल के
उत्तर में पंजशीर घाटी छोड़ने के लिए चार घंटे हैं, जहां 32 वर्षीय और
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह छिपे हुए हैं।
मसूद ने कहा कि वह तालिबान को अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों को आत्मसमर्पण नहीं करेगा।
हालांकि,
उन्होंने अल अरबिया से कहा कि अगर अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा की
शर्तें पूरी होती हैं तो वह अपने पिता की हत्या के लिए तालिबान को माफ करने
के लिए तैयार हैं।
11 सितंबर, 2001 को अमेरिका पर अल-कायदा के
आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों से कुछ दिन पहले उनके पिता की हत्या कर दी
गई थी, जिन्होंने तालिबान शासन के तहत अफगान अभयारण्य का आनंद लिया था।
अहमद शाह मसूद का नाम अफगानिस्तान और दुनिया भर में भारी वजन रखता है।
--आईएएनएस
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड : पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया, मांगी 14 दिनों की रिमांड
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में पुलिस को बड़ी सफलता मिली, चौथे आरोपी की हुई पहचान
हर चुनाव में ईवीएम का दुरुपयोग होता रहा है : कपिल सिब्बल
Daily Horoscope