कैलिफोर्निया। मैसेजिंग सर्विस एप्लीकेशन वॉटसएप के सह-संस्थापक जैन कूम द्वारा सोमवार को कंपनी से इस्तीफा देने की खबर सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय रही। फेसबुक द्वारा व्यक्तिगत सूचना को उपयोग में लेने का प्रयास करने व इंसक्रिप्शन प्रणाली कमजोर होना इसका कारण है। वॉटसएप को बनाने में कूम का बड़ा योगदान रहा है। लेकिन पैरेंट कंपनी फेसबुक के साथ डेटा गोपनियता में गड़बड़ी की खबरों के बाद आखिरकार 10 साल बाद उन्होंने कंपनी को छोडऩे का मन बना लिया है। कूम ने अपने फैसले के बाद कहा, 10 साल पहले मैंने और ब्रायन ने वॉट्सएप की शुरुआत की थी। ये वाकई बहुत सुखद यात्रा रही। एप के जरिये हमने लोगों को एक दूसरे से जोड़ा है। लेकिन अब मेरे लिये इसे छोडऩे का वक्त आ गया है। हालांकि उन्होंने कोई निश्चित तारीख नहीं बताई है कि वे कब कंपनी को आधिकारिक रूप से छोड़ेंगे। उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर ये बात शेयर की। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
पिछले साल एक अन्य सह-संस्थापक ने छोड़ दी थी ---कंपनी इससे पहले वॉटसएप के एक अन्य संस्थापक ब्रायन जेक्शन ने भी पिछले साल सितंबर में ही कंपनी से किनारा कर लिया था और एक फाउंडेशन की स्थापना की थी। उन्होंने आठ साल तक वाट्सएप में अपनी सेवाएं दी। फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने कूम की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा कि कूम ने एन्सक्रिप्शन में मुझे बहुत कुछ सिखाया है। वाट्सएप की मदद से हमने आम लोगों तक विचारों का मंच उपलब्ध कराया है। कूम और ब्रायन जेक्शन ने वर्ष 2009 में वॉटसएप शुरू किया था। इसके बाद वर्ष 2014 में इस एप को 19 बिलियन डॉलर में अपने मालिकाना हक में कर लिया।
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