वॉशिंगटन। अमेरिका ने भूमध्य सागर में विमानवाहक पोत यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप की तैनाती कर दी है। ईरान पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद से और सख्त होते हुए ये कदम उठाया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
अमेरिका के इस कदम से दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव के और बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले ही ट्रंप प्रशासन ने ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड को आतंकी सूची में डाल दिया है। इसका मतलब कोई भी देश अब ईरान की सेना के साथ संबंध नहीं रख सकता है। उसके साथ न तो हथियारों की डील की जा सकती है न ही कोई संयुक्त अभ्यास आयोजित हो सकता है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने चेतावनी दी है कि अमेरिका ईरान को ‘स्पष्ट’ संदेश भेजने के लिए पश्चिम एशिया में ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप’ और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात कर रहा है कि अमेरिकी हितों या उसके सहयोगियों पर हर हमले से ‘निर्ममता’ के साथ निपटा जाएगा।
बोल्टन ने रविवार को कहा कि ईरान से मिले कई ‘परेशान करने वाले और तनाव बढ़ाने वाले संकेतों एवं चेतावनियों’ के जवाब में पश्चिम एशिया में ‘यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप’ और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का निर्णय लिया गया है।
बोल्टन ने बताया कि यूएसएस अब्राहम लिंकन करियर स्ट्राइक ग्रुप और एक बमवर्षक कार्य बल तैनात करने का मकसद ईरानी शासन को यह स्पष्ट संदेश देना है कि अमेरिकी हितों या हमारे सहयोगियों पर हर हमले से निर्ममता से निपटा जाएगा।
लोकसभा चुनाव 2024 : देश की 102 सीटों पर छिटपुट घटनाओं को छोड़ शांतिपूर्ण रहा मतदान
लोकसभा चुनाव 2024: राजस्थान में 5 बजे तक 50.87% मतदान दर्ज,यहां देखे 12 सीटों में कितना मतदान हुआ
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने बेगूसराय से नामांकन दाखिल किया
Daily Horoscope