संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 2025-2026 वित्तीय वर्ष के लिए, यूएन शान्तिरक्षा अभियानों के लिए 5 अरब 38 करोड़ डॉलर के बजट को मंज़ूरी दी है, जो पिछले वर्ष की तुलना में थोड़ा कम है. इस पर सदस्य देशों के प्रतिनिधियों ने धन उपलब्धता सम्बन्धी चुनौतियों के बारे में चेतावनियों के बीच, कई सप्ताहों तक बातचीत के बाद, सोमवार को इस बजट को स्वीकृत किया. यूएन महासभा ने, अपनी पाँचवीं समिति (प्रशासनिक और बजटीय) की सिफ़ारिश पर कार्य करते हुए, 12 मिशनों की पुष्टि की, इनके अलावा एंटेबे (युगांडा) और ब्रिंडिसि (इटली) में रसद केन्द्रों और शान्तिरक्षा के लिए सहायता खाते के लिए बजट को मंज़ूरी दी.इन शान्तिरक्षा अभियानों के बजट, बिना मतदान के ही स्वीकृत किए गए. लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अन्तरिम बल (UNIFIL) पर प्रस्ताव को 147 वोटों के पक्ष में और 3 के ख़िलाफ़ में पड़ने के साथ स्वीकृत किया गया. अर्जेंटीना, इसराइल और संयुक्त राज्य अमेरिका ने इसके विरोध में मतदान किया और पैरागवाय ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया.पिछले साल, शान्तिरक्षा बजट 14 अभियानों के लिए $5.59 अरब था, जिसका अर्थ है कि 2025-2026 के आँकड़ा में कुछ कमी हुई है.नक़दी की चुनौतियाँसंयुक्त राष्ट्र नियंत्रक चन्द्रमौली रामनाथन ने इस बजट पर समझौते के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र में नक़दी की कमी के बारे में एक गम्भीर व नाज़ुक तस्वीर पेश की.उन्होंने कहा, "आप किसी तरह साल में तीन बार आम सहमति बनाने में कामयाब होते हैं. लेकिन मैं केवल यही चाहता हूँ कि आप संयुक्त राष्ट्र की अन्तर्निहित समस्याओं में से एक को हल करने के लिए थोड़ा और आगे बढ़ें, जो हमें 80 वर्षों से परेशान कर रही है."उन्होंने यह बात पिछले सप्ताह पाँचवीं समिति में सदस्य देशों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के दौरान कही.उन्होंने बताया कि स्वीकृत बजट किस तरह, अक्सर नक़दी की कमी के कारण कमज़ोर हो जाते हैं, जिससे ख़र्च में 10, 15 या 20 प्रतिशत की कटौती करने के लिए तत्काल निर्देश देने पड़ते हैं.उन्होंने कहा, “धन नहीं, तो क्रियान्वयन नहीं. पर्याप्त नक़दी नहीं है. मैं यह बात बहुत अधिक ज़ोर देकर कहना चाहता हूँ कि हमें पिछले कई वर्षों से संयुक्त राष्ट्र को परेशान करने वाली समस्या से निपटने के लिए, आपकी ओर से बहुत ज़्यादा प्रयासों की ज़रूरत है.”यूएन शान्तिरक्षा मिशनसंयुक्त राष्ट्र के शान्तिरक्षा अभियान, इस विश्व संगठन की सबसे प्रतिष्ठित गतिविधियों में से एक है, जिनमें अफ़्रीका, मध्य पूर्व और योरोप में लगभग 70 हज़ार सैन्य, पुलिस और नागरिक कर्मी तैनात हैं.इनमें कुछ मिशनों में तो, लम्बे समय से चल रही तैनाती शामिल है जिनमें कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में MONUSCO, साइप्रस में UNFICYP और मध्य अफ़्रीकी गणराज्य में MINUSCA जैसे अभियान शामिल हैं.सुरक्षा परिषद द्वारा अधिकृत ये अभियान, टकराव व युद्ध वाले क्षेत्रों को स्थिर करने, वहाँ राजनैतिक प्रक्रियाओं का समर्थन करने, नागरिकों की सुरक्षा करने और निरस्त्रीकरण व क़ानून के शासन के प्रयासों में सहायता करने के लिए काम करते हैं.संयुक्त राष्ट्र का शान्तिरक्षा बजट उसके नियमित बजट से अलग है.संयुक्त राष्ट्र का मुख्य बजट, इस संगठन के मुख्य कार्यक्रमों के लिए धन उपलब्ध कराता है. इनमें मानवाधिकार, विकास, राजनैतिक मामले, संचार और क्षेत्रीय सहयोग शामिल हैं.यूएन शान्तिरक्षा बजट चक्र हर साल जुलाई से अगले साल जन तक चलता है, जबकि संगठन का नियमित बजट जनवरी से दिसम्बर तक चलता है.
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