हेती में बढ़ती गिरोह हिंसा, अराजकता और अपराधियों के लिए दंड से मुक्ति के माहौल में लगभग 13 लाख लोग विस्थापित हो गए हैं. इस माहौल के कारण आबादी को शोषण और यौन हिंसा के बढ़ते जोखिम का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से महिलाएँ और लड़कियाँ अधिक कमज़ोर हालात में हैं.
हेती में संयुक्त राष्ट्र एकीकृत कार्यालय (BINUH) ने जनवरी (2025) से 4 हज़ार से अधिक लोगों को जानबूझकर मारे जाने का रिकॉर्ड दर्ज किया है. यह संख्या वर्ष 2024 की इसी अवधि की तुलना में 24 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है.संयुक्त राष्ट्र के राजनैतिक मामलों के विभाग (DPPA) में अमेरिका के लिए सहायक महासचिव मिरोस्लाव जेनका ने बुधवार को सुरक्षा परिषद में कहा, “राजधानी शहर (पोर्ट ऑ प्रिंस) गिरोहों के कारण पूरी तरह से पंगु हो गया है और अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर अन्तरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानें स्थगित रहने के कारण अलग-थलग पड़ गया है.”
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उन्होंने, हाल ही में देश का दौरा करने के बाद चेतावनी दी कि, गिरोहों ने केवल "अपनी पकड़ मजबूत की है", जो अब पोर्ट ऑ प्रिंस महानगरीय क्षेत्र और उससे आगे के इलाक़ों में सभी समुदायों को प्रभावित कर रही है. इन कारणों से परिस्थितियाँ बहुत गम्भीर हो गई हैं.उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय समुदाय से निर्णायक और तत्काल कार्रवाई करने का आहवान किया, अन्यथा "राजधानी में देश की सरकार की उपस्थिति का पूर्ण पतन, एक गम्भीर वास्तविकता बन सकती है".गिरोह नियंत्रण का दायरासंयुक्त राष्ट्र कार्यालय के ड्रग्स और अपराध निरोधक कार्यालय (UNODC) की कार्यकारी निदेशक ग़ादा फ़तही वॉली ने भी इस चेतावनी को दोहराया.उन्होंने सुरक्षा परिषद में राजदूतों को वियना से सम्बोधित करते हुए कहा, "जैसे-जैसे गिरोह नियंत्रण का दायरा बढ़ रहा है, सरकार की शासन करने की क्षमता तेज़ी से कम होती जा रही है. इसके सामाजिक, आर्थिक और सुरक्षा के लिए व्यापक प्रभाव हैं."उन्होंने कहा कि क़ानून और व्यवस्था की स्थिति में इस गिरावट के, देश की वैधता के लिए व्यापक प्रभाव हैं.“वैध वाणिज्य और कारोबार पंगु हो रहा है क्योंकि गिरोह प्रमुख व्यापार मार्गों को नियंत्रित कर रहे हैं. ऐसी स्थितियाँ "खाद्य असुरक्षा और मानवीय आवश्यकता के पहले से ही गम्भीर स्तर" को और भी ख़राब कर रही हैं.”स्वघोषित 'सतर्कता' समूहों का उदयदेश की सत्ता की सीमित सुरक्षा क्षमता के माहौल में, बढ़ती सार्वजनिक हताशा के बीच, "सतर्कता" या आत्मरक्षा समूह अब लोकप्रियता हासिल कर रहे हैं.हालाँकि ऐसे कुछ समूह, अपने समुदायों की रक्षा करने की तत्काल आवश्यकता से प्रेरित हैं, जबकिकुछ समूह मौजूदा क़ानूनी ढाँचे के बाहर काम करते हैं. कुछ मामलों में, न्यायेतर कार्रवाई में शामिल होते हैं और गिरोहों के साथ मिलीभगत से गतिविधियाँ चलाते हैं.ग़ादा वॉली ने कहा कि इन पक्षों के उदय से बन्दूकों और सैन्य स्तर के हथियारों की मांग बढ़ रही है, "अवैध हथियारों के बाज़ारों को बढ़ावा मिल रहा है और वैध हथियारों के आपराधिक तत्वों के पास जाने का जोखिम बढ़ रहा है.मानव तस्करी
© UNOCHA/Giles Clarke
इस बीच, राजधानी और देश के बाक़ी हिस्सों में सुरक्षा और आर्थिक स्थिति में व्यापक गिरावट से, मानवाधिकार उल्लंघन में तेज़ी से वृद्धि हो रही है.BINUH ने, प्रतिशोध के डर, सामाजिक कलंक और संस्थानों में विश्वास की कमी के कारण, यौन हिंसा की लगातार कम रिपोर्टिंग के बावजूद, पिछले तीन महीनों में, गिरोहों द्वारा की गई यौन हिंसा में वृद्धि की सूचना दी.हेती की पुलिस ने मई में पेटियन-विले में एक चिकित्सा सुविधा पर छापा मारा था, जिस पर अवैध अंग व्यापार में शामिल होने का सन्देह था. यह अंग निकालने के उद्देश्य से लोगों की तस्करी के आरोप सामने आने की पृष्ठभूमि में अहम था.सहायक महासचिव मिरोस्लाव जेनका ने कहा कि चूँकि हेती में स्थिति निराशाजनक बनी हुई है, इसलिए “एक पल भी नहीं गँवाया जा सकता.”
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