हिमनद (ग्लेशियर), विश्व भर में विशाल समुदायों के लिए एक महत्वपूर्ण जल स्रोत है, जहाँ से नदियों को जल और करोड़ों लोगों के जीवन व आजीविका को ऊर्जा मिलती है. मगर मानवता के लिए ये बहुमूल्य संसाधन, जलवायु परिवर्तन के कारण तेज़ी से पिघल रहे हैं. हाल ही में, ताजिकिस्तान की राजधानी दुशान्बे में हिमनदों के संरक्षण उपायों पर एक सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की वैज्ञानिक सुलग्ना मिश्रा ने भी शिरकत की. उन्होंने यूएन न्यूज़ हिन्दी को बताया कि हिमनदों को बचाना क्यों अहम है और इसके लिए क्या नीतियाँ व रणनीति अपनाई जानी चाहिए. (वीडियो)
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