लंदन। ब्रिटेन में ब्रेक्सिट मुद्दे पर प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने संसद में विश्वास मत हासिल कर लिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
उनकी ही पार्टी सत्तारूढ़ कंजरवेटिव पार्टी के सदस्यों ने थेरेसा मे के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था। इन सांसदों का कहना था कि 2016 में हुए जनमत संग्रह के पक्ष में मतदान करने वालों की उम्मीदों पर थेरेसा खरी नहीं उतरी। बुधवार रात को हुए मतदान में थेरेसा के पक्ष में 200 जबकि विरोध में 117 वोट पड़े। अब थेरेसा के नेतृत्व को एक साल तक कोई चुनौती नहीं दे सकेगा।
सीएनएन के मुताबिक, जैसे ही सांसद ग्राहम ब्रांडी ने नतीजों का ऐलान किया, वैसे ही सांसदों ने इसे खुशी से स्वीकार कर लिया। वोटिंग के बाद प्रधानमंत्री ने डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि यह लंबा और चुनौतीपूर्ण दिन रहा।
थेरेसा ने कहा कि वह खुद को मिले समर्थन की आभारी हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उनकी पार्टी के कुछ लोगों ने उनके खिलाफ वोट किया। थेरेसा ने कहा, ‘‘मैंने सुना, उन्होंने जो कहा। हमें अब ब्रेक्सिट की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।’’ थेरेसा ने कहा कि अब उनका मकसद उस मिशन हो पूरा करना है, जिसके लिए देश के लोगों ने वोट किया था। देश को एकजुट करना है। वोटिंग बुधवार को शाम छह बजे सीक्रेट बैलेट से हुई। इससे पहले थेरेसा ने सांसदों से समर्थन मांगते हुए उन्हें संबोधित कर कहा कि वह 2022 में होने वाले आम चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगी।
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