डबलिन। आयरलैंड के सख्त गर्भपात कानून में संशोधन की मांग को लेकर हजारों की संख्या में लोग राजधानी डबलिन की सडक़ों पर उतर आए। गार्डियन के मुताबिक, लोगों ने शनिवार को ‘मार्च फॉर च्वाइस’ में हिस्सा लिया। इस दौरान लोग ‘हे हे लियो (प्रधानमंत्री लियो वराडकर) आठवां संशोधन करना पड़ेगा’ के नारे लगा रहे थे। इसके साथ ही लोगों ने बैनर भी पकड़ रखे थे, जिन पर लिखा था, ‘कीप योर रोसरीज ऑफ माई ओवरीज’ और ‘पेरेंट बाइ च्वाइस फॉर च्वाइस’। ये भी पढ़ें - अपने राज्य - शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
इस साल का यह विरोध प्रदर्शन काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि अगले साल देश में गर्भपात कानून को लेकर जनमत संग्रह होने वाला है। आयरलैंड सरकार ने गर्भपात कानून में आठवें संशोधन पर जनमत संग्रह कराने के लिए 2018 की शुरुआत का समय निर्धारित किया है। देश में गर्भपात को लेकर कड़े नियम हैं।
देश में गर्भपात केवल उसी स्थिति में वैध है, जब मां के जीवन को खतरा हो और अवैध रूप से गर्भपात के लिए यहां अधिकतम 14 साल कैद की सजा का प्रावधान है। आयरलैंड की हजारों महिलाएं वैध रूप से गर्भपात कराने के लिए हर साल ब्रिटेन जाती हैं।
--आईएएनएस
आईएएस पूजा सिंघल और सीए सुमन सिंह की ईडी रिमांड चार दिनों के लिए बढ़ी
जम्मू-कश्मीर एलजी ने की राजनाथ से मुलाकात, अमरनाथ यात्रा के लिए मांगी मदद
भाजपा सिर्फ लोगों को बांटना और दबाना चाहती है: राहुल गांधी
Daily Horoscope