बीजिंग। चीन भर में लगभग 13 मिलियन (1.3 करोड़) युवा वयस्क इस वर्ष के कॉलेज प्रवेश परीक्षा में बैठेंगे, जो 1977 में मैट्रिक के फिर से शुरू होने के बाद से एक रिकॉर्ड उच्च स्तर है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बुधवार को चीन के शिक्षा मंत्रालय के हवाले से बताया कि इस साल आवेदकों की वास्तविक संख्या 12.91 मिलियन है, जो पिछले साल की तुलना में 980,000 अधिक है।
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उम्मीदवारों की पसंद के विषयों के आधार पर परीक्षा दो से चार दिनों तक चलेगी।
चीन की कॉलेज प्रवेश दर पिछले साल पहले ही बढ़कर 94 प्रतिशत हो गई, जबकि 1977 में यह केवल 5 प्रतिशत थी, जब देश में राष्ट्रीय कॉलेज प्रवेश परीक्षा फिर से शुरू हुई थी।
लेकिन फिर भी, कॉलेज प्रवेश परीक्षा यानि गाओकाओ को व्यापक रूप से दुनिया की सबसे कठिन कॉलेज प्रवेश परीक्षा के रूप में मान्यता प्राप्त है।
कॉलेज प्रवेश परीक्षा में एक उच्च स्कोर देश के शीर्ष विश्वविद्यालयों में प्रवेश पाने का एकमात्र तरीका है, और अधिकांश चीनी छात्रों को सिर्फ एक मौका मिलता है।
सीएनएन ने राज्य द्वारा संचालित ग्लोबल टाइम्स का हवाला देते हुए बताया कि अधिकारियों ने इस बार परीक्षा स्थलों के पास कारों को हॉर्न बजाने से रोकने और आस-पास के रेस्तरां में संचालन को निलंबित करने सहित विभिन्न उपायों को लागू कर इसे एक कदम आगे बढ़ाया है।
उन्होंने एंटी-चीटिंग सुरक्षा को भी बढ़ा दिया है, कुछ शहरों में सरोगेट परीक्षार्थियों का पता लगाने के लिए चेहरे की पहचान तकनीक स्थापित की जा रही है, जो किसी और के लिए परीक्षा देने के लिए नियुक्त किए गए हैं।(आईएएनएस)
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