वॉरसॉ/बर्लिन/ओसलो| जैसे को तैसा की नीति का पालन करते हुए पोलैंड, जर्मनी, स्वीडन की सरकारों ने रूसी राजनयिकों को निष्कासित कर दिया है। इससे पहले, जेल में बंद विपक्षी दल के नेता एलेक्सी नवाल्नी के समर्थन में निकाली गई रैली में भाग लेने के चलते रूस तीन यूरोपीय राष्ट्रों के राजनयिकों को अपने देश से बाहर का रास्ता दिखा चुका है और इसी के जवाब में इन तीन देशों ने अब रूस के राजनयिकों को बाहर निकालने का फैसला लिया है। ये भी पढ़ें - अपने राज्य / शहर की खबर अख़बार से पहले पढ़ने के लिए क्लिक करे
5 फरवरी को रूसी विदेश मंत्रालय ने मॉस्को और सेंट पीटर्सबर्ग में 23 जनवरी की 'अनधिकृत रैलियों' में भाग लेने के कारण स्वीडिश, पॉलिश और जर्मन राजनयिकों को 'अवांछित शख्स' करार दिया था।
इन देशों के दूतावासों के प्रतिनिधियों को रूसी मंत्रालय में तलब किया गया था और इस दौरान उन्हें नोट्स ऑफ प्रोटेस्ट सौंपे गए।
सिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, सोमवार को अपने एक बयान में पॉलिश विदेश मंत्रालय ने चेतावनी दी है कि अगर इसके राजनयिक के 'आधारहीन निष्कासन' पर पुनर्विचार नहीं किया गया, तो वह उचित कदम उठाएगा।
--आईएएनएस
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