उन्होंने कहा, पाकिस्तान को बहुत अधिक अपेक्षा के साथ देखा जा रहा है। इसकी
खास राजनीतिक वजह भी है। मंत्री ने कहा कि इसे इसी से समझा जा सकता है कि
अफगानिस्तान एफएटीएफ की ग्रे सूची में नहीं है। मंत्री ने कहा कि पाकिस्तान
एफएटीएफ के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए समय पर कदम उठा रहा है, क्योंकि
वह एक्शन प्लान में 27 में से 22 बिंदुओं पर आंशिक रूप से अनुपालन कर रहा
है।
उन्होंने माना कि देश अंतर्राष्ट्रीय सहयोग समीक्षा समूह (आईसीआरजी) के
पांच लक्ष्यों की अनुपालन नहीं कर रहा है। पाकिस्तान सात दिसंबर तक
एशिया-प्रशांत समूह (एपीजी) को अपनी कार्ययोजना पर अपनी अगली रिपोर्ट
प्रस्तुत करेगा। इसके बाद एपीजी 17 दिसंबर तक अपने सवालों और प्रतिक्रिया
के साथ रिपोर्ट वापस कर देगा। डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इस्लामाबाद
को सात जनवरी 2020 तक इन टिप्पणियों का जवाब देना होगा।
(IANS)
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